उर्मिला मातोंडकर को मिली पुलिस सुरक्षा, चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस-भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई थी झड़प
अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच हुई झड़प के बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा दे दी गई है.
अभिनेत्री से राजनीति में उतरीं उर्मिला मातोंडकर को उत्तर मुंबई में उनके चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच हुई झड़प के बाद सोमवार को पुलिस संरक्षण दिया गया. पुलिस ने बताया कि बोरीवली स्टेशन के पास यह झड़प हुई जहां उत्तर मुंबई लोकसभा सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार मातोंडकर प्रचार कर रही थीं.
मौके पर मौजूद एक चश्मदीद ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने बोरीवली रेलवे स्टेशन के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को देखते ही ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाने शुरू कर दिए थे. भाजपा ने इस सीट से अपने मौजूदा सांसद गोपाल शेट्टी को ही मैदान में उतारा है.
मातोंडकर ने पत्रकारों को बताया कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ता उनकी रैली में घुस गए थे जिसके बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है. जोन 11 के डीसीपी संग्रामसिंह निशानदार ने कहा, “हमें मातोंडकर से एक आवेदन प्राप्त हुआ और चुनाव खत्म होने तक उनको सुरक्षा दी गई है.”
यह पूछने पर कि हाथापाई में शामिल लोग भाजपा के समर्थक थे जैसा कि मातोंडकर दावा कर रही हैं, डीसीपी ने कहा कि पुलिस के पास इस वक्त यह साबित करने के लिए ऐसा कोई सबूत नहीं है. उन्होंने कहा, “हम यह कह सकते हैं कि जो घटना में शामिल थे वे राहगीर थे.”
मातोंडकर ने अपनी शिकायत में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए भाजपा समर्थकों पर सख्त कार्रवाई की मांग भी की. इस बीच शेट्टी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ झड़प करने वाले भाजपा कार्यकर्ता नहीं बल्कि ट्रेन से सफर करने वाले स्थानीय यात्री थे जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को पसंद करते हैं.
मातोंडकर ने कहा कि भाजपा के समर्थकों ने लोगों के साथ उनकी बातचीत को रोकने की कोशिश की. यह बातचीत संबंधित अधिकारियों से जरूरी अनुमति लेने के बाद आयोजित की गई थी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के करीब 25 समर्थक हाथ में पार्टी का झंडा लिए हुए 'मोदी, मोदी' का नारा लगा रहे थे.
उन्होंने कहा कि वह सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा आदर्श आचार संहिता के घोर उल्लंघन से हैरान हैं और उन्होंने भाजपा पर डर पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘‘यह महज शुरुआत है और यह हिंसक रूप ले सकता है. मैंने पुलिस सुरक्षा के लिए कहा है क्योंकि इससे मेरी जान को खतरा है. मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है.’’
मातोंडकर ने कहा कि जो लोग रैली में घुसे थे वे आम लोग नहीं थे बल्कि भाजपा के थे. उन्होंने कहा कि आम लोग हिंसक तरीके से पेश नहीं आएंगे जैसे कि ये लोग पेश आए. उन्होंने कहा, ‘‘जो हमारी रैली में घुसे वे अश्लील तरीके से नाच रहे थे और उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. शायद वे हमारे साथ चल रही महिलाओं को डराना चाहते थे.’’
उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर निर्वाचन आयोग के पास जाने पर विचार कर रही हैं. मातोंडकर ने ट्वीट कर कहा, ‘‘भाजपा कार्यकर्ताओं की द्वेषपूर्ण हरकतों और आदर्श आचार संहिता के घोर उल्लंघन से हैरान हूं. मु्झे अपनी सुरक्षा और मेरी महिला समर्थकों की गरिमा की रक्षा के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज करानी पड़ी.’’
उन्होंने कहा कि जो भी उन्हें पीछे हटाना चाहता है उनका सामना वह ताकत एवं साहस के साथ करेंगी. बाद में एक वीडियो पोस्ट कर उन्होंने कहा, “मैं शिवाजी महाराज की पवित्र भूमि से आती हूं जहां महिलाओं का सम्मान सबसे जरूरी बात है. ऐसी स्थिति में, मैं पीछे नहीं हटने वाली.” वहीं शेट्टी ने कहा कि कुछ यात्रियों ने प्रधानमंत्री की तारीफ में नारे लगाए.
उन्होंने पूछा, “जैसे कांग्रेस एवं भाजपा को प्रचार करने का अधिकार है वैसे ही लोगों को भी है. हम क्या कर सकते हैं अगर मोदी को पसंद करने वाले लोग उनके नाम के नारे लगाते हैं?” मुंबई में आम चुनाव के चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान होना है. मातोंडकर पिछले महीने कांग्रेस में शामिल हुई. उन्होंने कहा कि वह लंबे समय तक पार्टी में रहेंगी और वह नफरत की राजनीति के खिलाफ लड़ना चाहती हैं.