उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में छह चरणों की वोटिंग हो चुकी है, वहीं सातवें चरण के लिए प्रचार जोरों पर है. सातवें चरण के धुआंधार प्रचार में जुटी बीजेपी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े दावे किए तो वहीं दूसरी ओर अखिलेश यादव के लिए वोटों की तलाश के लिए ममता बनर्जी भी बनारस में उतरीं. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी ममता दीदी के साथ बीजेपी पर तीखे सियासी वार किए. ऐसे में तीनों ही दिग्गजों के प्रचार के बीच आपको ये जानने जरूरी है कि किसने अब चुनाव को लेकर क्या बड़े दावे किए हैं. 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाजवादी पार्टी (सपा) की अगुवाई वाले गठबंधन को 'मिलावटी' करार देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) का जनता से गठबंधन है. उन्होंने कहा कि इसके आगे घोर परिवारवादियों का गठबंधन एक पल भी नहीं ठहर सकता. प्रधानमंत्री ने चंदौली और जौनपुर में चुनावी रैलियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा "BJP का जनता के साथ गठबंधन है. उसने विकास और जन कल्याण के लिए जनता से गठबंधन किया है. इस मजबूत गठबंधन के आगे घोर परिवारवादियों का मिलावटी गठबंधन एक पल भी नहीं ठहर सकता." 




मोदी ने दावा किया, "उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के हर चरण में लगातार यही दिखाई दे रहा है. जो खबरें आ रही हैं, घोर परिवारवादियों का यूपी की जनता ने पत्ता साफ कर दिया." उन्होंने सपा नीत गठबंधन पर निशाना साधते हुए दावा किया कि घोर परिवारवादी लोग अब भी कुछ नेताओं और माफिया से गठबंधन की पुरानी राजनीति में ही अटके पड़े हैं. उन्होंने कहा कि उनका गठबंधन जनता से होता है और घोर परिवारवादियों का लक्ष्य ‘सत्ता भोग’ है इसलिए वह समाज में बंटवारे की राजनीति करते हैं. उन्होंने कहा कि BJP का लक्ष्य राष्ट्र निर्माण का है इसलिए सबको साथ लेकर हम सेवा भाव से काम पूरा करते हैं.


वहीं अखिलेश के पक्ष में प्रचार के लिए उतरीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे पास जानकारी है कि अखिलेश यादव जी का गठबंधन जीत रहा है मैं आपसे कहूंगी कि योगी सरकार को बदल दो. ममता बनर्जी ने कहा कि यूक्रेन से भारतीय छात्रों को वापस लाना जरूरी है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश में चुनावी सभाओं में व्यस्त हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि उप्र विधानसभा चुनाव में BJP हार रही है. ममता ने आरोप लगाया कि उप्र चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के पक्ष में प्रचार करने के लिए वाराणसी पहुंचने पर BJP कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला किया. ममता ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ यहां आयोजित संयुक्त रैली में कहा, "मैं कल (बुधवार को) हवाई अड्डे से दश्वमेधघाट जा रही थी. रास्ते में कुछ BJP कार्यकर्ताओं ने हिंसा करने की नियत से मेरी गाड़ी रोकी और उसे नुकसान पहुंचाया. मुझे धक्का दिया और कहा कि वापस चले जाओ." 




तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, "तब मैंने सोचा कि BJP सत्ता से जा रही है. वह पूरी तरह से खत्म हो रही है और उसकी हार निश्चित है." ममता ने कहा कि यूक्रेन से भारतीय छात्रों को वापस लाना जरूरी है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उप्र में चुनावी सभाओं में व्यस्त हैं. ममता ने कहा कि वह एक चुनावी सभा के लिए उत्तर प्रदेश आई हैं और उन्हें आश्चर्य है कि BJP को इससे इतनी तकलीफ क्यों है. उन्होंने कहा "यह आसान नहीं है. खेला होबे." 


वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव ने केंद्र और उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकारों पर जमकर वार किए. अखिलेश ने सपा नीत विपक्षी गठबंधन द्वारा यहां आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा "यह चुनाव वाराणसी को क्योटो बनाने की बात करने वालों और बनारसी मतदाताओं के बीच है." उन्होंने कहा "BJP दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का दावा करती है, लेकिन डबल इंजन की सरकार का कामकाज देख कर मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि दुनिया में कोई और पार्टी इतना झूठ नहीं बोलती होगी जितना BJP के नेता बोलते हैं." 




अखिलेश ने कहा "BJP किसानों की आय दोगुनी करने का झूठा वादा करके सत्ता में आई थी. सवाल यह है कि क्या किसानों की आमदनी दोगुनी हुई. क्या हमारे युवाओं को नौकरियों के लिए पांच साल तक इंतजार नहीं करना पड़ा. BJP के लोग कहते थे कि हवाई चप्पल पहनने वाले को हवाई जहाज की यात्रा कराएंगे लेकिन उन्होंने तो हवाई जहाज और हवाई अड्डे ही बेच दिए. इसके अलावा बंदरगाह भी बेच डाले." उन्होंने आरोप लगाया कि जब सरकार की सभी संपत्तियां और सार्वजनिक उपक्रम बेच दिए जाएंगे तो लोगों को नौकरियां कैसे मिलेगीं. उन्होंने कहा, ‘‘ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी.’’ सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश का मौजूदा विधानसभा चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है.


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