'घोषणापत्र' में यूपी के डिप्टी सीएम Keshav Prasad Maurya विपक्ष पर जमकर बरसे, बोले- हम फिर बना रहे हैं सरकार
UP Election News 2022: भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आज abp न्यूज के कार्यक्रम घोषणापत्र में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कई बड़ी बातें कहीं.
Uttar Pradesh Assembly Election 2022: यूपी में चुनावी तारीख नजदीक हैं, ऐसे में पार्टियां बड़ी घोषणाएं कर रही हैं. भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आज abp न्यूज के कार्यक्रम घोषणापत्र में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कई बड़े एलान किए. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर बीजेपी जीतेगी तो योगी आदित्यनाथ ही सीएम होंगे. उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर किसी के मन में भ्रम नहीं है. योगी जी के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जा रहा है. केशव प्रसाद मौर्य ने ये भी कहा कि हमारी सरकार पर कोई भी भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा सकता. उन्होंने कहा कि प्रियंका, अखिलेश ये लोग कानून व्यवस्था पर क्यों चुनाव नहीं लड़ते. हमारे मूल में कानून व्यवस्था है. हमारे लिए 24 करोड़ लोगों की सुरक्षा अहम है.
केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि 2022 में माहौल भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में है और हम सरकार बनाएंगे. उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी की सरकार दोबारा, तिवारा और उसके बाद आएगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष के दावों में कोई दम नहीं है और वो फेल होंगे. भाजपा के खिलाफ 2014, 2017 और 2019 में सभी विपक्षियों के दावे फेल हुए थे. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हमने 2014 में कहा था कि हम यूपी से 60 संसदीय सीटें जीतेंगे, लेकिन हमने 73 सीटें जीतीं. 2017 में मैंने कहा था कि 265 प्लस सीटें भाजपा जीतेगी, लेकिन सीटें हमने 300 पार जीतीं.
जाटों की नाराजगी पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हमारा कॉन्फिडेंस नहीं बिगड़ा है. चाहे जाट समाज हो या कोई अन्य, सबका आशीर्वाद हमें मिलता रहता है. कोई नाराजगी नहीं है, उनके पास हम हैं और वो हमारे पास हैं. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि संपूर्ण उत्तर प्रदेश में 2017 से ज्यादा बीजेपी की लहर है. हमें यूपी के 24 करोड़ लोगों की चिंता है.
केशवर प्रसाद मौर्य ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर हमारे पुराने मित्र हैं, फिलहाल अभी उनकी जरूरत नहीं है. हालांकि राजनीति मे ये सब चलता रहा है. आपको स्टूल मंत्री कहा जाता है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि ये ऐसा कहने वाले अपनी जमीन तलाश रहे हैं. ये सब पिछड़ा वर्ग का अपमान करते हैं. अखिलेश यादव ने पिछड़ों का अपमान किया है.