Uttar Pradesh Assembly Election 2022: केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव प्रदेश का भविष्य निश्चित करने का चुनाव है, राज्य को आगे ले जाने का चुनाव है. शाह ने अपील की कि एक मौका BJP को और दे दीजिए, पांच साल में उप्र (देश में) पहले स्थान पर होगा. शाह ने बागपत और अमरोहा की जनसभाओं को संबोधित करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश के चुनाव (UP Assembly Election) को कुछ लोग विधायक बनने, मंत्री बनने की सीढ़ी का और कुछ लोग इस चुनाव को अपने राजनीतिक भविष्य से जोड़ते हैं मगर यह उप्र का भविष्य निश्चित करने का चुनाव है, प्रदेश को आगे ले जाने का चुनाव है.
शाह ने तुलनात्मक रूप से चर्चा के साथ समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि उप्र का यह विधानसभा चुनाव दो विचारधाराओं के बीच है. उन्होंने कहा कि एक ओर यह परिवार को बचाने का चुनाव है तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में हमारे लिए यह देश को सुरक्षित रखने का चुनाव है. उन्होंने कहा कि एक ओर यह एक जाति विशेष के लिए लड़ा जाने वाला चुनाव है, वहीं दूसरी ओर यह हमारे लिए उत्तर प्रदेश के गरीबों को खुशहाल बनाने का चुनाव है. माफिया संस्कृति पर प्रहार करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि एक ओर यह माफियाओं को संरक्षण देने के लिए लड़ा जाने वाला चुनाव है, वहीं दूसरी ओर हमारे लिए यह उप्र से माफियाओं को खत्म करने का चुनाव है.
गिनाईं BJP सरकार की उपलब्धियां
राज्य की BJP सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए शाह ने कहा कि आज अपराधी और माफिया या तो जेल में दिखते हैं या उप्र की सीमा से बाहर या फिर अखिलेश यादव के प्रत्याशियों की सूची में हैं. उन्होंने कहा कि आज आजम खान, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे माफिया जेल में हैं, क्योंकि उप्र में भाजपा की सरकार है. उन्होंने दावा किया कि मोदी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) व योगी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) ने कोरोना में उप्र को सुरक्षित करने का काम किया. मोदी-योगी की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि सपा और बसपा की 15 सालों की सरकार में उप्र देश की सातवें नंबर की अर्थव्यवस्था थी लेकिन आज यह दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था है.
एक और मौका BJP को दे दीजिए
उन्होंने अपील की कि एक मौका BJP को और दे दीजिए, पांच साल में उप्र देश में पहले स्थान पर होगा. शाह ने मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियों का सिलसिलेवार जिक्र करते हुए कहा कि अखिलेश सरकार में विकास नहीं सिर्फ दंगे हुए हैं, जबकि मोदीजी-योगीजी की डबल इंजन की सरकार में विकास हुए हैं. उन्होंने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश को बदलने और विकास के रास्ते पर ले जाने का काम किया है, अकेले बागपत में ही 3400 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए गए हैं. गंगा एक्सप्रेस वे, ईस्टर्न बुंदेलखंड हो या उत्तर प्रदेश हरियाणा को जोड़ने वाला पुल हो.
अखिलेश बाबू जरा कान खोलकर सुन लो...
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि 'अखिलेश बाबू जरा कान खोलकर सुन लो, उत्तर प्रदेश के एक करोड़ 82 लाख घरों में बिजली नहीं थी, दो करोड़ घरों में शौचालय की व्यवस्था नहीं थी, 82 लाख गरीबों को घर, एक करोड़ 80 लाख बहनों को गैस सिलिंडर प्रधानमंत्री मोदी ने दिया.’’ उन्होंने कहा कि बुआ-भतीजे की सरकार 15 साल चली, लेकिन गरीबों के घर में कुछ नहीं आया. शाह ने कहा कि ये जात-पात की बात कर लोगों को गुमराह करते हैं, लेकिन आने वाले दिनों में माफिया राज चलेगा या फिर कानून का राज होगा यह आपको तय करना है. गृह मंत्री ने सपा प्रमुख पर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव को आजकल एक ही आंकड़ा याद रहता है कि समाजवादी इत्र वाले के यहां से कितना पैसा पकड़ा गया. उन्होंने कहा कि पैसा पकड़ा गया किसी और के यहां से लेकिन दर्द अखिलेश यादव को हो रहा है, आखिर कौन है वह जिसके लिए यादव को इतनी तकलीफ हो रही है.
दंगों का दंश नहीं भूला प्रदेश
उन्होंने आरोप लगाया कि उप्र की जनता अखिलेश यादव के समय हुए दंगों के दंश को अब तक भूली नहीं है, उस वक्त तुष्टिकरण की राजनीति के लिए और एक वर्ग विशेष के लोगों को खुश करने के लिए अखिलेश सरकार ने पीड़ितों को आरोपी और आरोपियों को पीड़ित बना दिया. शाह ने कहा कि प्रदेश में आदित्यनाथ सरकार के दौरान एक भी दंगा नहीं हुआ, जबकि अखिलेश यादव की सरकार दंगों के लिए जानी जाती है. इससे पहले अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत महान पार्श्व गायिका लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देकर की.
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