Uttar Pradesh Election 2022: उत्तर प्रदेश में बीजेपी के साथ गठबंधन करने की जेडीयू की इच्छा पूरी नहीं हो पाई है. पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने आज इस बात का औपचारिक एलान किया कि राज्य में बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन नहीं हो सका. ललन सिंह ने 26 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का एलान किया. उनके मुताबिक जल्दी ही कुछ और सीटों पर भी पार्टी की उम्मीदवारी का एलान किया जाएगा.
बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं होने का एलान तो आज किया गया, लेकिन इस बात के संकेत पहले ही मिलने लगे थे. पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के सी त्यागी ने कुछ दिनों पहले कहा था कि जेडीयू की तरफ से गठबंधन को लेकर दिए गए प्रस्ताव पर बीजेपी की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया. आज पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि पार्टी चुनाव में करीब 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी.
इस मुद्दे पर पार्टी में मतभेद ?
उधर इस मुद्दे पर ललन सिंह के बयानों से जेडीयू के भीतर मतभेद के संकेत भी दिखाई दे रहे हैं. पार्टी की पहली लिस्ट जारी करते हुए ललन सिंह ने बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं होने के सवाल पर गेंद केंद्रीय मंत्री और पार्टी नेता आरसीपी सिंह के पाले में डाल दी. ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह ने ही करीब तीन महीने पहले पार्टी को बीजेपी के साथ गठबंधन का भरोसा दिलाया था. पार्टी अध्यक्ष के मुताबिक आरसीपी सिंह ने पार्टी को बताया था कि इस मुद्दे पर उन्होंने अमित शाह, जे पी नड्डा और धर्मेंद्र प्रधान से बात की थी और इन नेताओं से उन्हें सकारात्मक जवाब मिला था. ललन सिंह ने कहा कि गठबंधन पर स्थिति साफ़ होने में देरी के चलते पार्टी विधानसभा चुनाव की वैसी तैयारी नहीं कर पाई जिसकी ज़रूरत थी.
जब ललन सिंह से इस देरी का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा, " यह हम नहीं कह सकते, इसलिए कि हम लोगों ने तो अधिकृत कर दिया था माननीय मंत्री श्री आरसीपी साहब को .... और उन्होंने जो बताया और उनको जो भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने भरोसा दिया उसके आधार पर उन्होंने पार्टी को सूचित किया और उसी के कारण विलंब हुआ ....अब उसमें कितनी ईमानदारी और सच्चाई से वो ( भरोसा ) दे रहे थे यह तो हम लोग उस बीच में नहीं थे.... हम लोग इस बातचीत में कहीं नहीं थे, भाजपा के साथ बातचीत में हम लोगों का कोई नहीं था ....सीधा संपर्क उन्हीं ( आरसीपी सिंह ) का था और उन्हीं को हम लोगों ने अधिकृत भी किया था."
ललन सिंह ने कहा कि चुनाव प्रचार के लिए पार्टी जल्दी ही रूपरेखा तैयार करेगी. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी चुनाव प्रचार में उतरने की उम्मीद है.
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