Uttar Pradesh Election 2022: उत्तर प्रदेश में चुनावी समर चल रहा है. भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि वो इस बार भी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी. इसके लिए पार्टी की ओर से बड़े दावे और वादों किए जा रहे हैं. इन्हीं दावों और तमाम वादों के बीच उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एबीपी के खास चुनावी कार्यक्रम घोषणापत्र में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने यूपी में सीएम चेहरा कौन होगा? और वर्तमान सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ उनके कैसे रिश्ते हैं? इसको लेकर हुए सवालों का सामना किया.
सीएम चेहरे पर क्या बोले केशव मौर्य?
केशव प्रसाद मौर्य ने जब पहले उनसे सीएम के चेहरे को लेकर सवाल हुआ था तो उन्होंने कहा था कि पार्टी आलाकमान तय करेगा. हालांकि जब उनसे सवाल हुआ कि अब उनका क्या कहना है तो उन्होंने कहा, "मुझसे पार्टी के नाते सवाल पूछा गया था. ये अधिकार तो पार्टी का ही होता है. केंद्रीय नेतृत्व का होता है." उन्होंने कहा, "योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद, दूध और चीनी हैं, यानी आप दूध में चीनी मिला देंगे तो आप चीनी नहीं निकाल कर के बाहर कर सकते. दूध को भी निकाल कर बाहर नहीं कर सकते. हम सब एकजुट हैं. चाहे जो जितनी भी कोशिश करे. हम एकजुट होकर के पांच साल से सरकार चला रहे हैं. फिर हम सरकार बनाने जा रहे हैं. योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के बीच मज़बूत संबंध हैं उसे कोई तोड़ नहीं सकता."
सीएम योगी संबंधों पर क्या कहा?
केशव मौर्य से जब सवाल हुआ कि सीएम योगी और आपके आवास इतने करीब हैं तो फिर उस फासले को तय करने में साढ़े चार साल कैसे लग गए? इस पर उन्होंने कहा, "अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे. मायावती जी मुख्यमंत्री थीं. वो बताएं कि किसी अपने मंत्री के घर कब गई थीं." उन्होंने कहा, "मेरे पुत्र का विवाह हुआ था. मेरी पुत्र वधु आई हुई थीं. अगर आशीर्वाद देने के लिए मेरे संगठन के शीर्ष लोग आए और मेरे मुख्यमंत्री हैं वो भी आशीर्वाद देने के लिए आएं."
उन्होंने कहा, "उससे पहले का आप नहीं जानते. वह दुखद घटना थी. मेरे पिता जी नहीं रहे. वो अस्पताल में भी आए. फिर संस्कार होना था वहां पर भी आएं. मेरे गांव में गए. लेकिन अगर उसमें से समाचार निकालना है तो समाचार निकाल सकते हैं आपको अधिकारी है."
मथुरा पर हुआ सवाल तो क्या बोले?
केशव मौर्य ने कहा, "जहां तक कृष्ण जन्मभूमि का विषय है तो मैंने जो कहा उसका अर्थ बढ़िया सा लगा लिया. अगर भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बने. सब लोग आगे आकर के ये करें तो बहुत अच्छा है. अन्यथा अभी तो हमने ये कहा है कि अयोध्या का विकास हमने किया है, काशी का विकास हमने किया है. मेरे कन्हैया जी की नगरी का भी विकास होना चाहिए... हमारा लक्ष्य विकास से जुड़ा रहता है." उन्होंने कहा कि अभी एक मामले में देश की सर्वोच्च अदालत का फैसला आ गया है. काशी और मथुरा का जो मामला न्यायालय के सामने विचाराधीन है हम उसके विरुद्ध नहीं जाते. उन्होंने कहा, "हम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि हम निश्चित रूप से चाहते हैं, लेकिन जो देश की अदालत तय करेगी, अदालत के आदेश के अनुसार मंदिर के विषय में फैसला होगा और उस पर कार्य होगा."