Karhal Rally BJP and Samajwadi Party: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में दो चरणों के लिए वोटिंग हो चुकी है, जबकि तीसरे चरण के लिए धुआंधार प्रचार जारी है. ऐसे में यूपी की सबसे हॉट सीट करहल में भी जमकर सियासी तीर चले. एक तरफ पूर्व सीएम और सपा मुखिया अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव के साथ मंच पर थे तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी की तरफ करहल में मोर्चा देश के गृहमंत्री अमित शाह ने संभाला. योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अखिलेश यादव के गढ़ करहल में बीजेपी प्रत्याशी के लिए प्रचार करेंगे. चुनावी सभा करहल से अखिलेश यादव चुनावी मैदान में हैं तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल को मैदान में उतारा है.
आरोप-प्रत्यारोपों के दौर के बीच करहल के सियासी रण में जब अमित शाह पहुंचे तो उन्होंने कहा कि सपा में एस का मतलब है संपत्ति एकत्र करना और पी का मतलब है परिवार के लोगों को सत्ता देना. वहीं करहल में अमित शाह के बयानों पर अखिलेश यादव ने पलटवार किया. उन्होंने कहा, ''भारतीय जनता पार्टी हमेशा गुमराह करती है, धोखा देती है और लोगों के बीच दरार पैदा करती है, इसलिए पार्टी को अपना नाम बदलकर 'भारतीय झगड़ा पार्टी' करना चाहिए.''
अमित शाह ने किए वार
अमित शाह ने कहा कि एस पी सिंह बघेल भाजपा के नेता हैं, कुछ दिन पहले इन पर हमला किया गया. समाजवादी पार्टी वाले क्या समझते हैं? ऐसा करने से भाजपा के नेता डर जाएंगे? भाजपा के नेता और मजबूती के साथ प्रचार कर जीतकर आएंगे. मोदी जी ने 2014 में कहा था कि भाजपा सरकार गरीब, कमजोर, दलित, पिछड़ों की सरकार है. 60 साल तक गरीब के घर में गैस सिलेंडर आया था क्या? भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार ने उत्तर प्रदेश में 1.76 लाख घरों में गैस कनेक्शन देने का काम किया.
अमित शाह ने कहा कि सबसे पहले मैं करहल वालों से मन से पूछना चाहता हूं कि आप चाहते हैं कि मोदी जी के नेतृत्व में 300 से ज्यादा सीट के साथ भाजपा की सरकार बनें. इसके लिए 300 सीट का काम एक ही सीट से हो सकता है. आप करहल में कमल खिला दीजिए, पूरे यूपी से सपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा. मैं टीवी पर देख रहा था, अखिलेश ने कहा था कि पर्चा डालने के बाद 10 मार्च को आऊंगा. छठे ही दिन मैदान में आ गए और इस कड़ी धूप में इतनी आयु वाले नेता जी को भी मैदान में उतारना पड़ गया है. मुझे बताइए भाई, अगर आगाज ऐसा है तो अंजाम कैसा होगा? यूपी में कमल जीतेगा.
मुलायम सिंह यादव के प्रहार
वहीं दूसरी ओर सपा के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने भी सियासी वार जमकर किए. मुलायम सिंह यादव ने कहा कि किसान, नौजवान और व्यापारी तीनों मिलकर देश को मज़बूत करेंगे. लोग भी बड़ी उम्मीद से यहां आए हैं. लोगों की संपन्नता, किसानों की पैदावार बढ़ाने के लिए सपा सरकार काम करेगी. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ सपा कर सकती है और कोई पार्टी नहीं. मुलायम ने कहा कि सरकार अगर नौकरी नहीं दे सकती है तो कम से कम युवाओं को सुविधा दी जाए, आर्थिक मदद की जाए कि वह खुद कुछ कर सकें और आगे बढ़ सकें.
सपा संरक्षक ने कहा कि हमारी सरकार में किसानों को लाभ पहुंचाया जाए. पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि किसान, नौजवान और व्यापारियों को लेकर सपा की सरकार सजग रहेगी और उनके हित में काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मेरी अपील है कि आज जो भीड़ है, वह मामूली नहीं है. यह लोग बड़ी उम्मीद से आए हैं. मैं विश्वास दिलाता हूं कि सपा आपकी उम्मीदों पर खरा उतरेगी. सपा नेता ने कहा कि इतनी भीड़ आई है तो मेरी भी जिम्मेदारी बढ़ गई है. जो आपकी इच्छा है, जो समस्या है उसे हल कर के समाजावादी की आपकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे. हम आपको निराश नहीं करेंगे.
अखिलेश का तीखा हमला
वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि ये नेताजी का क्षेत्र रहा है. यहां नेता जी ने पढ़ाया की, यहां नेता जी ने कुश्ती लड़ी - लड़ाई, यहां नेताजी ने राजनीति सीखी और चरखा दांव लगाकर के देश में समाजवादी पार्टी को ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि, वोटर्स का जिस तरह से रुख नजर आ रहा है, उससे लगता है कि बीजेपी के बूथों पर इस बार भूत नाचते नजर आएंगे. इस दौरान अखिलेश ने बीजेपी पर दलितों को धोखा देने का आरोप लगाया.
अखिलेश यादव ने कहा कि, "भाजपा सरकार ने सबसे ज्यादा पिछड़ों दलितों को धोखा दिया है. इनकी सरकार ने जातियों में झगड़ा लगाने का काम किया. यह चुनाव भाईचारे का चुनाव है. यह चुनाव किसानों का चुनाव है. यह चुनाव अन्न संकल्प लेकर किसानों के मान सम्मान को पूरा करने का चुनाव है." अखिलेश ने आगे कहा कि, जो कानून का पालन नहीं करना चाहते, जो नियमों को नहीं मानना चाहते, हम उनसे कहेंगे कि समाजवादी पार्टी को वोट मत देना. उन्होंने कहा कि, बीजेपी सरकार ने न तो रोजगार देने का काम किया है और ना ही किसानों की आय दोगुनी हुई है.