उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में बीजेपी (BJP) ने अपनी सत्ता बरकरार रखी है. चुनाव आयोग के मुताबिक बीजेपी ने अबतक 13 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं 237 सीटों पर उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं. इस तरह आयोग के मुताबिक अभी की स्थिति में 250 सीटें जीतती हुई नजर आ रही है. हालांकि यह बीजेपी की पिछले चुनाव जैसी प्रचंड जीत नहीं है, लेकिन इसे उसकी बड़ी जीत कहा जा सकता है. उसकी प्रमुख प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) 116 सीटों पर आगे चल रही है. आइए जानते हैं कि बीजेपी की इस जीत के प्रमुख कारण क्या क्या हैं. 


समाजवादी पार्टी की लचर रणनीति


उत्तर प्रदेश में बीजेपी को प्रमुख चुनौती समाजवादी पार्टी से ही मिली. विपक्ष के बाकी के बड़े दल बीजेपी की आंधी में तिनके की तरह उड़ गए हैं. सपा ने लड़ाई तो लड़ी लेकिन वह बीजेपी को मात देने में सफल नहीं हो पाई है.दरअसल 2017 में बीजेपी से करारी मात खाने के बाद से सपा ने कभी भी सरकार के खिलाफ कोई बड़ी लड़ाई नहीं लड़ी. वह चुनाव को लेकर पिछले एक साल में सक्रिय हुई है. उसने बीजेपी को उन्हीं हथियारों से मात देने की कोशिश की, जिनका इस्तेमाल कर बीजेपी ने 2017 की लड़ाई जीती थी.सपा ने भी पिछड़ी जातियों को अपनी ओर करने की कोशिश की. उसने पिछड़े समाज के कई नेताओं को अपनी ओर मिलाया. वहीं ओमप्रकाश राजभर को अपने साथ जोड़ा जो 2017 के चुनाव में बीजेपी के साथ थे, लेकिन कोई भी उसे यूपी की सत्ता दिलाने में कामयाब नहीं हुआ. 


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वहीं बीजेपी ने मतदाताओं को यह बताने की भरपूर कोशिश की कि सपा गुंडों, माफियाओं और आतंकवादियों की समर्थक पार्टी है.उसे इसमें कामयाबी भी मिली. इसके साथ ही बीजेपी ने सपा सरकार में कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाया. इस तरह वो सपा को हराने में कामयाब रही. 


नरेंद्र मोदी का मैजिक


बीजेपी की इस जीत ने 2024 में नरेंद्र मोदी की जीत की संभावनाओं को बढ़ा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस आक्रमकता से यूपी में प्रचार किया और जैसे परिणाम आए हैं, उससे यह बात साफ होती है कि मोदी मैजिक अभी कम नहीं हुआ है. लोग अभी भी उनकी बात पर भरोसा कर रहे हैं.  


उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से कराए गए विकास कार्य भी उसकी जीत का एक प्रमुख कारण है. वहीं यह भी सत्य है कि योगी सरकार ने जो विकास के काम करवाए हैं, उनमें से कई पहले की सरकारों में शुरू हुए थे. विपक्ष इसका क्रेडिट लेने की कोशिश भी करता है. लेकिन योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी ने लोगों में यह विश्वास पैदा कर दिया है, उसकी सरकार विकास की सोच रखती है और उस दिशा में काम भी करती है. इसमें कई एक्सप्रेस वे, अयोध्या, कुशीनगर और जेवर में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जैसे काम शामिल हैं. 


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डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर


साल 2020 कोरोना महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन के बाद हजारों-लाखों कामगार दूसरे शहरों में अपना-कामकाज छोड़कर अपने घर को लौट आए थे. योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ऐसे लोगों और उन लोगों को जिनकी जिविका लॉकडाउन की वजह से प्रभावित हुई है, उनके खाते में लगातार रुपये भेजे. डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के इस काम ने भी बीजेपी के पक्ष में हवाई बनाई. 


मुफ्त का राशन और फ्री वाली घोषणाएं


कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के बाद से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार गरीबों को मुफ्त राशन दे रही है. इसमें चावल-गेहूं के साथ चना, चीनी, नमक भी दिया जाता है. इससे गरीबों की एक बहुत बड़ी आबादी को राशन मिला. मुफ्त राशन ने भी बीजेपी की जीत में बड़ा योगदान दिया है. 


उज्जवला योजना नरेंद्र मोदी सरकार की प्रमुख योजना है. इसमें गरीब महिलाओं को मुफ्त में रसोई गैस के सिलेंडर दिए जाते हैं.इसके साथ ही बीजेपी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में घोषणा की कि सरकार बनने पर होली और दीवाली पर गरीबों को दो सिलेंडर मुफ्त में दिए जाएंगे. इसके अलावा भी बीजेपी ने युवाओं और महिलाओं को कई चीजें मुफ्त में देने की घोषणा की है. बीजेपी की इन घोषणाओं ने बीजेपी की जीत का आधार तैयार किया.