नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने 17वीं लोकसभा के लिए चुनाव की तारीखों की एलान कर दिया. देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव आयुक्त सुनील चंद्रा ने बताया कि 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे. बात करें यूपी की तो बता दें कि यूपी की 80 सीटों पर सातों चरणों में चुनाव होंगे. यूपी के अलावा बिहार और बंगाल में भी सभी सात चरणों में चुनाव होंगे.


लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान, 7 चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई तक होंगे चुनाव, 23 मई को आएंगे नतीजे


चुनाव आयोग ने यह भी बताया कि इस चुनाव में 90 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 1.5 करोड़ 18-19 साल के मतदाता पहली बार वोट करेंगे. वहीं, नौकरी पेशा वाले मतदाताओं की संख्या 1.60 करोड़ है. आयोग ने कहा कि 1950 कॉल फ्री नंबर पर आप वोटर लिस्ट से जुड़ी जानकारी ले सकते हैं. बड़ी बात यह है कि चुनाव में VVPAT मशीनों का ही इस्तेमाल किया जाएगा.


चुनाव आयोग ने बताया कि देश में 10 लाख पोलिंग बूथ होंगे. पिछली बार 9 लाख पोलिंग स्टेशन थे. वोटिंग से 48 घंटे पहले लाउडस्पीकर बजाने पर रोक लग जाएगी. वहीं रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर बजाने पर रोक लगाई गई है. मतदाताओं को वोटर स्लिप वोटिंग से पांच दिन पहले मिल जाएगी. वोटरों को इस बार भी NOTA का विकल्प दिया जाएगा.


2014 में क्या था सीटों का हाल

आपको बता दें कि यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं. 2014 के लोकसभा चुनावों में मोदी लहर में यूपी में एनडीए को बंपर जीत मिली थी. एनडीए को 73 सीटें मिली थीं. जिसमें से बीजेपी ने 71 सीटें जीती थीं. सपा को 5 सीटें मिली थीं और कांग्रेस सिर्फ 2 सीटों पर सिमट कर रह गई थी. 2014 के चुनावों में बसपा खाता भी नहीं खोल पाई थी.

हर चरण में यूपी के इतने सीटों पर होगी वोटिंग


पहला चरण: 11 अप्रैल ( 91 सीट, 20 राज्य)         8 सीटों पर


दूसरा चरण: 18 अप्रैल ( 97 सीट, 13 राज्य)         8 सीटों पर


तीसरा चरण: 23 अप्रैल ( 115 सीट, 14 राज्य)      10 सीटों पर


चौथा चरण: 29 अप्रैल (71 सीट, 9 राज्य)            13 सीटों पर


पांचवा चरण: 6 मई ( 51 सीट, 7 राज्य)               14 सीटों पर


छठा चरण: 12 मई ( 59 सीट, 7 राज्य)               14 सीटों पर


सातवां चरण: 19 मई ( 59 सीट, 8 राज्य)            13सीटों पर


ईवीएम पर लगेगी उम्मीदवारों की तस्वीर-EC


आयोग ने बताया है कि देश में संवेदनशील इलाकों में सीआरपीएफ जवानों की तैनाती की जाएगी. इस बार ईवीएम पर उम्मीदवारों की तस्वीर भी लगाई जाएगी. साथ ही पूरी चुनावी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी. ईवीएम की मूवमेंट जानने के लिए जीपीएस ट्रेकिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा.