Uttar Pradesh MLC Election: किसी के पास अरबों तो कोई बेघर, जानें UP विधान परिषद प्रत्याशियों में किसके पास कितनी प्रॉपर्टी
MLC Election 2024: विधान परिषद चुनाव के लिए सपा और एनडीए के प्रत्याशियों ने नामांकन के साथ हलफनामा भी दाखिल कर दिया है, जिसके मुताबिक सपा के गुड्डू जमाली सबसे अमीर प्रत्याशी हैं.
Legislative Council Election: विधान परिषद चुनाव के लिए एनडीए और सामाजवादी पार्टी (सपा) के 13 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर दिया है. साथ ही सभी प्रत्याशियों ने संपत्ति और आपराधिक मामलों का हलफनामा भी दाखिल किया है. जिसके मुताबिक, सपा के गुड्डू जमाली सबसे अमीर प्रत्याशी है वहीं बीजेपी के सबसे अमीर प्रत्याशी प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल हैं. आईए जानते है कि इन 13 प्रत्याशियों के पास कितनी संपत्ति है.
मोहित बेनीवाल के पास 27 करोड़ से अधिक की संपत्ति है, जिसमें से 8.25 करोड़ की संपत्ति उनकी खुद की है. 2.98 करोड़ रुपये उनकी पत्नी, 1.71 करोड़ उनके बच्चे और 2.98 करोड़ की संपत्ति उनके दूसरे आश्रित बच्चों के नाम हैं. बेनीवाल के पास 9.26 करोड़ की संपत्ति है. उनकी पत्नी के पास 3.56 करोड़ की चल संपत्ति है. इसके अलावा उनके पास एक राइफल और एक रिवॉल्वर है.
सबसे अमीर प्रत्याशी हैं गुड्डू जमाली
सबसे अमीर प्रत्याशियों में सपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू का नाम शामिल है. गुड्डू पेशे से एक बिल्डर हैं और उनके पास कुल 312 करोड़ रुपये से ज्यादा की सपंत्ति है. गुड्डू के पास 21.37 करोड़ की अचल संपत्ति भी है वहीं उनकी पत्नी के पास कुल 32 करोड़ की चल संपत्ति है.
मंहेंद्र मलिक के पास इतनी सपंत्ति
पूर्व जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के पास ढाई करोड़ की संपत्ति है. मलिक के पास करीब 98 लाख और पत्नी के पास 36 लाख की अचल संपत्ति है. वहीं बेटे के पास करीब 25 लाख की संपत्ति है. मलिक के पास एक रायफल और रिवाल्वर भी है. इतना ही नहीं मलिक की पत्नी के पास 500 ग्राम, बेटे के पास 300 ग्राम और खुद के पास 100 ग्राम सोना है. अगर बात की जाए अचल संपत्ति की तो महेंद्र के पास 47 लाख और उनकी पत्नी के पास 48 लाख की संपत्ति है.
10 करोड़ के राजा है विजय बहादुर,पत्नी है सोने की शौकीन
बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक के सोमवार को दाखिल किए गए हलफनामें के मुताबिक उनके पास चल अचल दोनों संपत्ति को मिलाकर कुल 10.75 करोड़ की संपत्ति है. पाठक की पत्नी के पास कुल 1 करोड़ और उनके पास 93 लाख की चल संपत्ति है. उनके पास कुल 27 हजार रुपये नकद है. वही अचल संपत्ति की बात करें तो पाठक के पास करीब 2 करोड़ और उनकी पत्नी के पास साढ़े 6 करोड़ की संपत्ति है. पाठक के पास 480 ग्राम सोना और उनकी पत्नी के पास 750 ग्राम सोना है. दूसरी बार एमएलसी बनने जा रहे पाठक के पास एक रिवाल्वर और एक रायफल भी है.
मात्र डेढ़ करोड़ के मालिक है अशोक कटारिया
पूर्व परिवहन मंत्री अशोक कटारिया के पास कुल 1.70 करोड़ रुपये की संपत्ति है. दाखिल किए गए हलफनामे के मुताबिक, कटारिया के पास 43.3 लाख उनकी पत्नी के पास 43.33 लाख और बेटे के पास 10 लाख की संपत्ति है. कटारिया के पास कुल 74 लाख की अचल संपत्ति भी है.
धर्मेंद्र कुमार के पास कितनी संपत्ति
धर्मेंद्र सिंह के पास 1.50 लाख रुपये और उनकी पत्नी के पास 1 लाख रुपये नकद है. उनके पास कुल 8.50 लाख रुपये की चल संपत्ति है. अगर अचल संपत्ति की बात की जाए तो धर्मेंद्र के पास 3.25 करोड़ और उनकी पत्नी के पास 6.36 करोड़ रुपये है.
राम तीरथ सिंह और संतोष सिंह के पास लाखों की संपत्ति
बीजेपी उम्मीदवार राम तीरथ सिंह के पास 11.52 से ज्यादा की संपत्ति है. उनके पास एक वैगनआर कार भी है. वहीं प्रत्याशी संतोष सिंह के पास 75 लाख रुपये से अधिक की चल संपत्ति है और 7.89 करोड़ की अचल संपत्ति है.
आशीष के पास है कई लाख की जमीन और 1.78 करोड़ का घर
आशीष अपना दल के प्रत्याशी हैं, जिनके पास 50 हजार और उनकी पत्नी अनुप्रिया पटेल के पास 60 हजार की नकदी है. आशीष के पास चित्रकुट में 15 एकड़ कृषि भूमि है, जिसकी कीमत 58 लाख रुपये है. उनकी पत्नी के पास नई दिल्ली में 1.78 करोड़ का मकान भी है.
किरनपाल कश्यप के पास नहीं है अपना घर
सपा पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी किरनपाल कश्यप के पास 2.26 रुपये जबकि उनकी पत्नी के पास 14.50 लाख रुपये की चल संपत्ति है. उनके पास कोई आवास या जमीन नहीं है. वहीं उनकी पत्नी के पास 40 लाख रुपये की कीमत का आवासीय भवन है.
विच्छेलाल के पास 29 लाख रुपये की कृषि भूमि
विच्छेलाल सुभासपा के एमएलसी प्रत्याशी हैं, जिनके पास एक मोटरसाइकिल है. उनके पास 29 लाख रुपये की कृषि भूमि भी है. वहीं उनके बैंक खाते की बात करें तो उनके बैंक में 3.56 लाख रुपये है और उनकी पत्नी के खाते में कुल 2.37 लाख रुपये है.
संजय सिंह नहीं पहुंचे नामांकन करने
निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद नहीं नामांकन करने नहीं पहुंचे, जिसके बाद से वह बीजेपी नेताओं के बीच चर्चा का विषय हुए हैं. निषाद की मांग है कि लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को एक सीट दी जाए. अगर उनको सीट नहीं दी जाएगी तो उनके कार्यकर्ता नाराज हो जाएंगे.
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