ABP C Voter Opinion Poll: उत्तराखंड में चुनावी बिगुल बज चुका है. 14 फरवरी को राज्य की 70 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. हड्डियां जमा देने वाली ठंड के बीच के बीच चुनावी पारा भी हाई है. कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं. लेकिन कौन बनेगा मुख्यमंत्री, ये तो 10 मार्च को ही पता चलेगा. 


लेकिन उससे पहले रैलियां, चुनावी प्रचार और मतदाताओं को अपने पाले में लाने की रेस शुरू हो चुकी है. वोटर्स को लुभाने के लिए पार्टियां वादों की बौछार कर रही हैं. सूबे की गलियों में हर कोई इस वक्त इसी पर चर्चा कर रहा है कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी? क्या बीजेपी वापसी करेगी या फिर कांग्रेस के हाथ में सत्ता आएगी. 


इन सवालों का जवाब जानने के लिए एबीपी न्यूज सी वोटर के साथ ग्राउंड पर उतरा है ताकि चुनाव से पहले मोटा-मोटी तस्वीर सामने आ सके. विभिन्न सवालों के बीच एबीपी न्यूज ने सर्वे किया कि उत्तराखंड में किसकी सरकार बन सकती है. आइए आपको बताते हैं कि सर्वे में क्या सामने आया.


राज्य में 70 विधानसभा सीट हैं. सी वोटर के सर्वे में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर नजर आ रही है. बीजेपी को 43 प्रतिशत वोट मिलने नजर आ रहे हैं. जबकि कांग्रेस को 41 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है. आम आदमी पार्टी 13 प्रतिशत वोट हासिल कर सकती है. जबकि अन्य के खाते में 3 प्रतिशत वोट जा सकते हैं. 


आइए अब देखते हैं कि किसे कितनी सीट मिल सकती हैं. सी-वोटर के सर्वे के मुताबिक बीजेपी के खाते में 31-37 सीट मिल सकती हैं. जबकि कांग्रेस को 30-36 सीट मिलने का अनुमान है. आम आदमी पार्टी को 2-4 सीट मिल सकती हैं. अन्य के खाते में 0-1 सीट मिलने का अनुमान जताया जा रहा है.


उत्तराखंड में किसे कितने वोट ?
कुल सीट- 70


बीजेपी-43%
कांग्रेस- 41%
आप- 13%
अन्य - 3%


उत्तराखंड में किसे कितनी सीट ?


बीजेपी- 31-37
कांग्रेस- 30-36
आप- 2-4
अन्य - 0-1


उत्तराखंड में किसे कितनी सीट ?


                     दिसंबर      जनवरी      फरवरी 
बीजेपी-          33-39       31-37      31-37
कांग्रेस-          29-35        30-36     30-36
आप-             1-3              2-4        2-4
अन्य -            0-1             0-1          0-1


नोट:  5 राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रचार जोरों पर है. abp न्यूज के लिए सी वोटर ने चुनावी राज्यों का मूड जाना है. 5 राज्यों के इस फाइनल ओपिनियन पोल में 1 लाख 36 हजार से ज्यादा लोगों से राय ली गई. चुनावी राज्यों की सभी 690 सीटों पर लोगों से बात की गई है. सर्वे 11 जनवरी से 6 फरवरी के बीच किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर माइनस तीन से प्लस माइनस 5 फीसदी है.