Uttarakhand Election: उत्तराखंड में 70 में से कितनी सीटें जीतेगी BJP? सीएम पुष्कर सिंह धामी ने किया ये दावा
उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों पर सोमवार को हुए मतदान के एक दिन बाद CM धामी ने कहा कि आप 10 मार्च आने दीजिए. आप देखेंगे कि हम 60 (का आंकड़ा) पार कर लेंगे.
Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को दावा किया कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस बार 60 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी. धामी ने विजय चिह्न 'वी' बनाते हुए दावा किया कि राज्य में बीजेपी ही अगली सरकार बनाएगी. राज्य की सभी 70 विधानसभा सीटों पर सोमवार को हुए मतदान के एक दिन बाद धामी ने राज्य पार्टी मुख्यालय में कहा, ‘‘आप 10 मार्च आने दीजिए. आप देखेंगे कि हम 60 (का आंकड़ा) पार कर लेंगे.’’
राज्य में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 57 सीटों पर जीत दर्ज की थी और इस बार उसने चुनाव में ‘अबकी बार, साठ पार’ का नारा दिया था. चुनाव परिणाम 10 मार्च को आएंगे.
हाल में वायरल की गई एक कथित खनन वीडियो के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की पिछली सरकारों ने प्रदेश में खनन का दोहन किया और खनन माफियाओं को प्रोत्साहन दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता यह देख रही है कि किसने क्या किया. मुख्यमंत्री धामी काफी देर तक ढोल की थापों के बीच मुस्कराते और बार-बार 'वी' का विजय चिह्न दिखाते रहे. उनके साथ बीजेपी की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता रविंद्र जुगरान, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी थे.
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने किया ये दावा
इस बीच कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश से बीजेपी सरकार की विदाई हो रही है और कांग्रेस सत्ता में आ रही है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों में से कम से कम 48 पर विजय हासिल करेगी.
हरीश रावत ने कहा, ‘‘मतदान के बाद मैं यह कह सकता हूं कि कांग्रेस की जीत सुनिश्चित है. उत्तराखंड की जनता ने परिवर्तन के लिए वोट दिया है. चुनावों में कुछ सामान्य संकेत होते हैं, जिनसे यह स्पष्ट है कि कांग्रेस के पक्ष में लोगों ने मतदान किया है और उत्तराखंड में अब कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘हमारा अपना गणित कहता है कि कांग्रेस को 48 के आसपास सीटें मिलना चहिए. पिछले पांच साल उत्तराखंड के लिए बहुत कष्ट वाले रहे हैं. लोगों के स्वाभिमान पर चोट हुई है. ऐसे में यह लगता है कि लोगों ने बदलाव के लिए वोट किया है.’’