हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल के रिश्तों में तल्खी देखने को मिल रही है. बलकौर सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद शिरोमणि अकाली दल इनेलो के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. सुखबीर सिंह बादल ने कालांवली सीट पर बीजेपी उम्मीदवार की जमानत जब्त होने का दावा किया था. जिसके जवाब में बीजेपी सचिन तरुण ने कहा है कि बीजेपी की सरकार बनने पर सुखबीर सिंह बादल को शपथग्रहण समारोह में स्पेशल न्यौता देकर बुलाया जाएगा.


तरुण चुघ ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी को लोगों को साथ मिल रहा है. तरुण चुघ ने बीजेपी की सरकार बनने का दावा भी किया और कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में सुखबीर सिंह बादल को स्पेशल न्यौता देकर बुलाया जाएगा. वहीं सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ''जब हवा बदलती है तो इंसान सीधा जमीन पर नीचे आकर गिरता है.'' सुखबीर सिंह बादल ने राज्य में बीजेपी की सरकार नहीं बनने का दावा करते हुए घोषणापत्र पर टिप्पणी करने से इंकार किया.


दरअसल दोनों पार्टियों के रिश्ते के बीच दरार उस वक्त आई जब पिछले महीने अकाली दल के इकलौते विधायक बलकौर सिंह बीजेपी में शामिल हो गए. सुखबीर सिंह बादल ने बीजेपी के इस कदम की आलोचना की थी और राज्य विधानसभा चुनाव इनेलो के साथ मिलकर लड़ने का फैसला किया.


पंजाब तक पहुंची तल्खी


हालांकि बीजेपी गठबंधन ना होने के लिए खुद को जिम्मेदार नहीं मानती है. तरुण चुघ ने कहा, ''2014 में पंजाब में अकाली दल और बीजेपी की सरकार थी, तब भी शिरोमणि अकाली दल ने इनेलो के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था. बलकौर सिंह के बीजेप में शामिल होने में कुछ भी गलत नहीं है.''


अकाली दल के एक नेता ने कहा है कि पंजाब में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन बना रहेगा. हालांकि अकाली दल के नेता ने यह भी कहा कि अगर बीजेपी गठबंधन तोड़ती है तो उनकी पार्टी भी पंजाब में सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार है.


पंजाब में विधानसभा की 117 सीटें हैं. इनमें से शिरोमणि अकाली दल 94 सीटों पर चुनाव लड़ती है, जबकि बीजेपी 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारती है. वहीं हरियाणा में शिरोमणि अकाली दल ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.


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