फोनी तूफान: ममता बनर्जी का पलटवार, बोलीं- मैं मोदी को पीएम नहीं मानती, अगले पीएम से बात करूंगी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या हम उनके नौकर हैं कि वह जहां भी बुलाएंगे हमें वहां जाना पड़ेगा?
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में हाल ही में आए फोनी तूफान पर राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है. मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वार पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री नहीं मानती और मैं उनके साथ एक मंच पर नहीं दिखना चाहती.
बिष्णुपुर में एक चुनावी रैली में ममता ने कहा, ''मैं उन्हें देश का प्रधानमंत्री नहीं मानती हूं, इसलिए मैं बैठक में नहीं बैठी. मैं उनके साथ एक ही मंच पर नहीं दिखना चाहती हूं. मैं अगले पीएम से बात करूंगी. हम चक्रवात से होने वाले नुकसान का ध्यान रख सकते हैं. हमें चुनाव से पहले केंद्र की मदद की जरूरत नहीं है.''
साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निजी हमला किया. उन्होंने कहा कि अगर मैं टोल कलेक्टर हूं तो आप क्या हैं? सिर से पैर तक आप लोगों के खून से सने हुए हैं. जब उनसे पूछा गया कि उनकी (पीएम) पत्नी क्या करती है और वह कहां रहती हैं, तो उन्होंने (पीएम) कहा कि वह नहीं जानते. जो अपनी पत्नी की देखभाल नहीं कर सकता, वह भारतीयों की देखभाल करेगा?
ममता ने झाड़ग्राम के गोपीबल्लभपुर उप मंडल में एक अन्य रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी ने उन्हें कलाईकुंडा में एक बैठक के लिए बुलाया था जहां वह चक्रवात प्रभावित ओडिशा का दौरा करने के बाद एक चुनावी सभा के लिए उतरे थे. ‘‘क्या हम उनके नौकर हैं कि वह जहां भी बुलाएंगे हमें वहां जाना पड़ेगा? अब वह आरोप लगाएंगे कि मैंने जवाब नहीं दिया या सहयोग नहीं दिखाया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ आज झाड़ग्राम में मेरी (चुनावी) सभा तय थी. पश्चिम बंगाल में चुनाव चल रहे हैं जबकि ओडिशा में समाप्त हो चुके हैं. मैं चुनावी समय के दौरान एक ‘एक्सपायरी’ प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा क्यों करूं?’’
दरअसल सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में एक चुनावी रैली में कहा था कि मैं बस ओडिशा में चक्रवात फोनी आने के बाद की स्थिति का आकलन कर आया हूं. मैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी इसपर बात करना चाहता था. मैंने उन्हें फोन किया लेकिन दीदी में बहुत अभिमान है. उन्होंने मुझसे बात नहीं की. मैंने उनके कॉल का इंतजार किया लेकिन उन्होंने वापस फोन नहीं किया.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ स्पीडब्रेकर दीदी को राजनीति करने में ज्यादा दिलचस्पी है. मैं राज्य अधिकारियों से इस पर बात करना चाहता था लेकिन राज्य सरकार ने ऐसा होने नहीं दिया.’’