नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में टीएमसी, कांग्रेस और वामदलों को लोकसभा चुनाव के नतीजे चौंका सकते हैं. ज्यादातर सर्वे में दावा किया गया है कि बीजेपी सूबे में पहली बार दहाई अंकों में जा सकती है. एबीपी न्यूज़ और नीलसन के मुताबिक, बीजेपी को पश्चिम बंगाल की 42 सीटों में 16 सीटें मिल सकती है. वहीं टीएमसी 24 और कांग्रेस दो सीटों पर कब्जा जमा सकती है.
रिपब्लिक-सी वोटर के अनुसार, एनडीए को यहां 11, टीएमसी को 29 और कांग्रेस को दो सीटें मुलने का अनुमान है. न्यूज 24-चाणक्य के मुताबिक, एनडीए को यहां 18, टीएमसी को 23 और कांग्रेस को एक सीट मिलेगी. टाइम्स नाउ के मुताबिक, एनडीए को 11, टीएमसी को 29 और कांग्रेस को दो सीटें मिलेंगी. आज तक के मुताबिक, एनडीए को 21, टीएमसी को 21 सीटें मिल सकती है.
पश्चिम बंगाल का पोल्स ऑफ पोल
एनडीए- 17
कांग्रेस-2
टीएमसी- 23
अगर एग्जिट पोल के मुताबिक नतीजे आए तो यह वामदलों के लिए बड़ा झटका होगा. 2011 में ममता बनर्जी के नेतृत्व में सरकार बनने पहले करीब 34 साल तक लेफ्ट पार्टियों का शासन रहा. 2014 के बाद से पार्टी का जनाधार खिसकता चला गया. इसका फायदा बीजेपी को मिलने की उम्मीद है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और उसके गठबंधन को मात्र दो सीटों (आसनसोल और दार्जिलिंग) पर जीत मिली. वहीं ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने 34 सीटों पर जीत दर्ज की. कम्यूनिस्ट पार्टी को दो और कांग्रेस को चार सीटें मिली.
इससे पहले 2009 के चुनाव की बात करें तो इस चुनाव में बीजेपी को एक सीट मिली थी. तब वामदलों के गठबंधन ने 15, कांग्रेस-टीएमसी ने 26 और बीजेपी गठबंधन ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी.
इस बार सात चरणों में हुए चुनाव में हुए चुनाव में खूब राजनीतिक हिंसा देखने को मिला. चार प्रमुख पार्टियों बीजेपी, टीएमसी, वामदल गठबंधन और कांग्रेस ने ज्यादातर सीटों पर उम्मीदवार उतारे. एग्जिट पोल में बीजेपी को भारी फायदा मिलता दिख रहा है. वहीं ममता बनर्जी ने दावों को खारिज किया है.