Bengal Panchayat Election 2023 News: पश्चिम बंगाल के महत्वपूर्ण ग्रामीण चुनावों से पहले बाहर रह रहे राज्य के सभी प्रवासी मजदूर वापस गांव लौट रहे हैं. देशभर के कई हिस्सों में अपना और अपने परिवार के भरपोषण करने वाले इन प्रवासियों को अपने मत का प्रयोग करने के लिए वापस आने के लिए कहा गया है. 


बंगाल के रहने वाले और विशाखापत्तनम में एक रेस्तरां में छात्र के रूप में काम करने वाले संदीप हलदर ने न्यूज वेबसाइट टेलीग्राफ से कहा, '“मुझे घर वापस आना पड़ा… मुझे सभी प्रमुख पार्टियों के दोस्तों के फोन आ रहे थे, वे मुझसे वापस आने और पंचायत चुनावों के लिए मतदान करने के लिए कह रहे थे.'


मतदान के लिए घर वापस बुलाया जा रहा
बता दें कि पंचायत चुनाव में इन प्रवासी श्रमिकों के राजनीतिक महत्व को समझते हुए, राज्य की सभी पार्टियां मतदान से पहले लोगों को वापस बुला रही है. सीपीआई (एम) पार्टी के नेतृत्व वाले वामपंथियों ने तो इस अभियान के तहत रेलवे स्टेशनों पर अपने कार्यकर्ताओं को काम में लगा गखा है. इसलिए की वो बाहर से घर लौटने वालों से हालचाल ले सकें. 


जबकि सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी और बीजेपी भी राज्य में कुछ ऐसा ही काम कर रहे है. इन्होंने पंचायत चुनाव वाले दिन से पहले परिवारों को अपने बेटों को वोट देने के लिए वापस बुलाने को कहा है. साथ ही उन सबको प्रभावित करने के लिए अपने-अपने कैडर भी जुटाए हैं. लेफ्ट दलों ने ग्रामीण चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में राज्य के प्रवासी मजदूरों के लिए सुरक्षा जाल का भी वादा किया है. 


'मतदान में हिस्सा लेने के उत्साह ने वापस बुलाया'
संदीप हलदर ने आगे कहा कि वे स्थानीय निष्ठाएं, मतदान में हिस्सा लेने के उत्साह के लिए राज्य में आए है. हलदार ने बताया कि परिवार और दोस्तों के साथ रहने का अवसर भी एक वजह है जो उन्हें और उनके कई दोस्तों को वापस ले आया है. 


राज्य के ग्रामिण ईलाके से आने वाले करीब 5.67 करोड़ लोग 8 जुलाई को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. राज्य की सभी 72 हजार 830 पंचायत सीटों के लिए 61,636 पोलिंग बूथ तैयार किए गए हैं. जहां पुलिस बल की तैनाती के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान संपन्न कराया जाना है. 


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