West Bengal Panchayat Polls Result 2023: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) के प्रमुख बिमल गुरुंग ने बुधवार (12 जुलाई) को दावा किया कि दार्जिलिंग पहाड़ियों में पंचायत चुनाव परिणाम जनादेश को नहीं बताता है बल्कि यह 'धन बल के खुलेआम प्रदर्शन की जीत' है. इस इलाके में बीजीपीएम (BGPM) पार्टी को अधिकतर सीटों पर जीत मिली है. 


जीजेएम प्रमुख ने कहा कि यहां हुए पंचायत चुनाव के नतीजों से अगले साल दार्जिलिंग पहाड़ियों में होने वाले लोकसभा चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बीजीपीएम पार्टी दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिले के पंचायत चुनावों में विजेता बनकर उभरी है. इसके उम्मीदवारों ने इन जिले में कई पंचायत सीटें जीतीं हैं. बता दें कि दार्जिलिंग में पंचायत चुनाव काफी समय के बाद हुआ है. 


यह धनबल की जीत- गुरुंग
गुरुंग ने कहा, 'बीजीपीएम यहां से जीती है क्योंकि गोरखा क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) में सत्ता में है, इसलिए उसे दूसरों पर बढ़त हासिल थी. दूसरी बात कि धनबल का इस्तेमाल किया गया, जिससे उसे कई सीटें हासिल करने में मदद मिली. यह धनबल के खुलेआम प्रदर्शन की जीत थी. लेकिन इस नतीजे का असर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव पर नहीं पड़ेगा.”


जीजेएम प्रमुख ने यह भी कहा कि पार्टी केवल पंचायत चुनाव के लिए आठ दलों की संयुक्त गोरखा गठबंधन की सदस्य है और आगे से उसी के अनुसार अपना रास्ता तय करेगी. उन्होंने कहा, 'हमारा उद्देश्य गोरखालैंड- पहाड़ के लोगों की आकांक्षा है. हमारी राजनीति और आंदोलन उस आकांक्षा की ओर उद्देश्यित होंगे.'


बीजीपीएम ने जीती सबसे ज्यादा सीट
दार्जिलिंग पहाड़ियों की राजनीति पिछले छह वर्षों में कई बदलावों से गुजरी है. जीजेएम, जो कभी पहाड़ियों में दबदबा रखती थी, अब काफी कमजोर बन गई है. जिला प्रशासन की ओर से जारी नवीनतम परिणामों के अनुसार, जीटीए के मुख्य कार्यकारी अनित थापा के नेतृत्व वाली बीजीपीएम ने दार्जिलिंग जिले की 70 ग्राम पंचायतों में 598 सीटों में से 349 सीटों पर जीत हासिल की.


ग्रामीण चुनावों में बीजीपीएम के खिलाफ आठ-दलीय संयुक्त गोरखा गठबंधन का नेतृत्व करने वाली बीजेपी को केवल 59 सीटें मिलीं, जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों ने 185 सीटें हासिल की. वहीं सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने केवल पांच सीटों पर ही जीती है. पहाड़ियों में साल 1992 में संविधान में संशोधन करके त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली को दो-स्तरीय प्रणाली ग्राम पंचायत और पंचायत समिति से बदल दिया गया. 


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