WB Panchayat Election 2023: बंगाल में 2019 में जहां जीती BJP वहां भी छाईं ममता बनर्जी की पार्टी, हर 10 में से 9 निकाय पर TMC का कब्जा
WB Panchayat Polls 2023: पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में पिछली बार की तरह इस बार भी टीएमसी का जलवा बरकरार है. बीजेपी के वोट शेयर में गिरावट देखी गई है.
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West Bengal Panchayat Election Results 2023: पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में आए जनादेश ने एक बार फिर ममता बनर्जी की टीएमसी को भारी बढ़त दिया है. पश्चिम बंगाल के इस चुनाव को सभी पार्टियों के लिए आगामी लोकसभा चुनाव के पहले एक टेस्ट के तौर पर माना जा रहा था. विपक्षी पार्टी को धराशायी कर ममता बनर्जी की टीएमसी ने बंगाल के हर 10 में से 9 निकायों पर अपना कब्जा किया है.
राज्य की मुख्यमंत्री और पार्टी चीफ ममता बनर्जी ने अपने फेसबुक पेज के जरिए कहा कि ग्रामीण चुनाव में सब जगह सिर्फ टीएमसी ही है. उन्होंने पार्टी को दिए इस प्यार और आशीर्वाद के लिए लोगों का शुक्रिया किया. ममता बनर्जी ने कहा कि इस चुनाव से यह साफ तौर पर साबित हो गया कि राज्य के लोगों के दिल में केवल टीएमसी बसती है.
नंदीग्राम में जबरदस्त मुकाबला दिखा
पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी ने राज्य की सभी 20 जिला परिषदों में जीत हासिल की है. साथ ही 341 पंचायत समितियों में से 317 और 3,317 ग्राम पंचायतों में से 2,644 पर दांव जीत लिया है. ममता बनर्जी की पार्टी ने साल 2018 के पंचायत चुनाव में हर तीन में से एक सीट पर निर्विरोध जीत हासिल की थी जबकि इस बार दस में से एक पर ऐसा हुआ है.
राज्य की पंचायत चुनाव में दूसरे नंबर पर रही बीजेपी ने करीब 10 हजार सीट पर जीत दर्ज की है. सीपीआई (एम) करीब तीन हजार सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है. बीजेपी पार्टी ने राज्य के कूचबिहार और अलीपुरद्वार में टीएमसी को कड़ी टक्कर दी. इसके साथ ही दोनों पार्टियों में पूर्वी मिदनापुर के नंदीग्राम में जबरदस्त मुकाबला दिखा. नंदीग्राम क्षेत्र विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी का गृह इलाका है.
बीजेपी के एससी-एसटी वोटों पर असर
वोट शेयर के मामलों में बीजेपी को इन जगहों पर भी थोड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. यह इलाका उत्तर में दिनहाटा से लेकर दक्षिण बंगाल के ठाकुरनगर के मटुआ तक फैला हुआ था. दरअसल दो साल पहले इन इलाकों को बीजेपी के गढ़ के रूप में जाना जाता था. पश्चिम बंगाल में बीजेपी को भले ही पिछली बार के मुकाबले ज्यादा सीटें मिली हो लेकिन पार्टी को वोट शेयर के हिसाब से नुकसान हुआ है.
इसके साथ ही ऐसे भी कई इलाके हैं जहां पार्टी के एससी-एसटी वोटों पर प्रभाव पड़ा है. माना जा रहा है कि इन जगहों पर टीएमसी ने पार्टी को भारी नुकसान पहुंचाया है. एससी-एसटी आबादी वाले जगहों में कूचबिहार, उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, झारग्राम, बांकुरा और पुरुलिया शामिल हैं. यहां उनकी कुल आबादी तकरीबन 51 फीसदी से अधिक है. बीजेपी 2019 के चुनावों में यहां के 18 लोकसभा सीटों में से आठ पर जीत दर्ज की थी.
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