West Bengal Panchayat elections 2023: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की तारीखों की घोषणा के वक्त से लेकर अब तक अलग-अलग घटनाओं में 18 लोगों की मौत हो चुकी है. अब शनिवार (8 जुलाई) को राज्य में मतदान होने हैं. मतदान के दौरान सीएपीएफ, एसएपी और आईआरबी की कुल 822 कंपनियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा. चुनाव के लिए 61,636 पोलिंग बूथ तैयार किए गए हैं जिसमें से 528 बूथों पर मतदान नहीं होने हैं, इसलिए बचे हुए 61,108 बूथों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया जाएगा.
एक बूथ पर एक जवान
सुरक्षा के मद्देनजर अर्धसैनिक बल समन्वयक ने एक बूथ पर एक जवान तैनात करने के आदेश को हरी झंडी दे दी थी, जिसके बाद इंस्पेक्टर जनरल रैंक के अधिकारी ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखते हुए आगाह किया कि बीते कुछ दिनों में पश्चिम बंगाल में हुई घटनाओं के बाद अगर किसी बूथ पर हिंसा भड़क जाती है तो अकेला जवान उस मामले को संभाल नहीं पाएगा और ऐसी स्थिति में जवान की जान भी जा सकती है.
इस पत्र के बाद रात को दोबारा एक मीटिंग हुई जिसमें फैसला लिया गया कि जिस जगह पर 1 से 2 बूथ होंगे वहां पर आधे सेक्शन यानी की 4 जवानों को तैनात किया जाएगा. वहीं जहां पर 3 से 4 बूथ हैं वहां पर एक पुरे सेक्शन यानी 8 जवानों की तैनाती होगी. उसी तरह जहां पर 5 या 6 बूथ होंगे वहां पर सीएपीएफ के डेढ़ या दो सेक्शन सुरक्षा में खड़े होंगे और स्ट्रॉन्ग रूम को पूरी एक कंपनी गार्ड करेगी.
2018 में गई थी 23 जानें
2018 में मतदान के पहले तक 23 लोगों ने अपनी जान हिंसा में गवाई थी. हालांकि राज्य पुलिस के अनुसार इस साल 18 में से 3 मौतों का चुनाव से कोई संबंध नहीं हैं. इन मरने वालों में से एक पुरुलीया का टीएमसी लीडर था, दूसरा पुरुलीया का ही बीजेपी कार्यक्रता और तीसरा कुच बिहार से बीजेपी कार्यक्रता था. ये चुनाव 73,887 पंचायत सीटों पर होने हैं जिसपर 200,000 उम्मीदवार खड़े हैं. पंचायत चुनाव के नतीजे 11 जुलाई को आने वाले हैं.