Bengal Panchayat Election 2023 News: बंगाल में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव एक ही चरण में रविवार 8 जुलाई को होगा, जिसके लिए राज्य में चुनाव प्रचार गुरुवार को थम गया. हालांकि न्यूज़ वेबसाइट द टेलीग्राफ के मुताबिक, उत्तरी दिनाजपुर में इटाहार ब्लॉक में प्रचार के दौरान कुछ अलग मंजर नजर आया. इस ब्लॉक के मतदाताओं का समर्थन पाने के लिए, "राज्य सरकार" ने प्रचार किया. अब राज्य सरकार का मतलब स्टेट गवर्मेंट नही है. 


राज्य सरकार इटाहार के चौदुआर गांव के एक 84 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति का नाम है, जो ममता सरकार के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. पंतायत चुनाव में 84 वर्षीय सरकार टीएमसी  के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं. यहां से उनके बेटे माधब एक सीपीआई उम्मीदवार के रूप में पंचायत समिती की सीट पर चुनावी मैदान में हैं. 


'पिता का नाम लोगों का ध्यान आकर्षित करता है'
राज्य सरकार ने न्यूज़ वेबसाइट टेलीग्राफ से कहा, 'तृणमूल लेफ्ट दलों सहित विपक्ष की पार्टियों को पंचायत चुनाव लड़ने से रोकने की कोशिश कर रही है. हम लोगों को टीएमसी सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार और नौकरियां पैदा करने में उसकी विफलता के बारे में बता रहे हैं.'


सरकार के बेटे का कहना है कि उनके पिता का नाम लोगों का ध्यान आकर्षित करता है, जिसकी वजह से लोग उनसे मिल रहे हैं. माधव ने कहा, 'लोग कहते हैं कि वे ऐसे नाम वाले किसी व्यक्ति से कभी नहीं मिले हैं. लोग उनके साथ सेल्फी ले रहे हैं.'


सरकार सीपीआई कार्यकर्ता रह चुके हैं
चौद्वार गांव के निवासियों का कहना है कि सरकार पहले एक एक्टिव सीपीआई कार्यकर्ता थे लेकिन उन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा. एक ग्रामीण ने कहा, 'इस बार, चूकि उनके बेटे को टिकट मिला है, वह अपना दिल और आत्मा प्रचार में लगा रहे हैं. इस उम्र में भी, वह चिलचिलाती धूप और बारिश में घर-घर घूम रहे हैं.' 


इस नाम के बारे में पूछे जाने पर सरकार ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि उनके माता-पिता ने उनका ऐसा नाम क्यों रखा. 84 वर्षीय सरकार ने कहा, 'ऐसा लगता है कि उन्हें मुझसे बहुत उम्मीदें थीं कि मैं राज्य के लिए कुछ अच्छा करूंगा. मैं हमेशा उनके साथ रहा हूं.'


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