West Bengal: बंगाल में बीजेपी ने चुनाव आयोग से की वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की शिकायत, ममता बनर्जी और TMC पर लगाए ये गंभीर आरोप
West Bengal: बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी में कई बड़े आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि इस गड़बड़ी में सीनियर ऑफिसर तक शामिल हैं. बीडीओ ने इस खेल में सबसे ज्यादा योगदान दिया है.
West Bengal Elction 2024: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बीजेपी ने मंगलवार को मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए, भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) को पत्र लिखा और वोटर लिस्ट को संशोधित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की. बीजेपी ने दावा किया कि मतदाता सूची में मरे हुए लोगों के नाम भी शामिल हैं और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर वोटर लिस्ट में धांधली करने का भी आरोप लगाया.
बीजेपी नेता शिशिर बाजोरिया और जगन्नाथ चटर्जी ने चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी में कहा, "यह आम तौर पर सत्ताधारी पार्टी और जिला प्रशासन की मिलीभगत से होता है. अतीत में हमें बताया गया है कि डेथ सर्टिफिकेट सिस्टम ऑनलाइन होने के बाद से मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त होते ही मृतक का नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया जाता है."
'अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ काम'
उन्होंने लेटर में आयोग से कहा है, ''संबंधित जिला चुनाव अधिकारियों (डीईओ) से यह सुनिश्चित करने के लिए कहें कि उन्हें निगमों/नगर पालिकाओं/पंचायतों से मृतकों का विवरण प्राप्त हो. डीईओ को चुनावी सूची की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार बनाया जाना चाहिए." .
दोनों नेताओं ने चुनाव आयोग को लिखे अपने लेटर में ये भी कहा कि ब्लॉक विकास अधिकारियों (बीडीओ) ने सूची में हेराफेरी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. कई मामलों में, इसे जिला मैजिस्ट्रेटों सहित वरिष्ठ अधिकारियों की तरफ से समर्थन किया गया है.
पार्टी के कार्यक्रम पर भी उठाए सवाल
लेटर में आगे कहा गया है कि तृणमूल कांग्रेस के राजनीतिक कार्यक्रम 'दीदी के बोलो' और आम लोगों की समस्याएं सुनने के लिए सरकार के 'सोरसोरी मुख्यमंत्री' इंटरफेस को पार्टी से करीबी संबंध रखने वाली एक ही कंपनी मैनेज करती है. बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग से इस कंपनी को शामिल नहीं करने का आग्रह किया है.
इस बीच, चुनाव आयोग की एक टीम ने राज्य का दौरा किया और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की. ईसीआई के उप-चुनाव आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा और नितेश कुमार व्यास ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आरिज आफताब के साथ बैठक भी की. टीम ने इस दौरान मतदाता सूची के रिवीजन पर भी चर्चा की.
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