नई दिल्ली: आज शाम देशभर में लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें और आखिरी चरण के लिए प्रचार थम जाएगा. लेकिन इस लोकसभा चुनाव में राजनीति के केंद्रबिंदु बनी पश्चिम बंगाल में तय समय से 20 घंटे पहले ही चुनाव प्रचार थम गया. पश्चिम बंगाल में लोकसभा की उन नौ सीटों जिनपर रविवार को आखिरी चरण में वोटिंग है वहां गुरुवार को 10 बजे प्रचार समाप्त हो गया. देश में यह पहली बार हुआ जब तय समय से 20 घंटे पहले चुनाव प्रचार खत्म कर दिया गया हो. चुनाव प्रचार बंद करने का फैसला चुनाव आयोग के आदेश के मुताबिक हुआ है.


बता दें कि अमित शाह के रोड शो के दौरान शहर में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसा की घटना के बाद चुनाव आयोग ने यह फैसला लिया था. रोड शो के दौरान प्रमुख समाजसेवी ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ दी गई थी.


यह कोई पहला मौका नहीं था जब टीएमसी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच बंगाल में हिंसा की खबरे आईं. इस लोकसभा चुनाव में पिछले छह चरणों में लगातार बंगाल हिंसा का केंद्र बना हुआ है. आइए एक नजर डालते हैं 'हिंसा के इस टाइमलाइन' पर


पहला चरणः अलीपुरदुआर और कूच बिहार पर टीएमसी और बीजेपी समर्थकों में जमकर हिंसा हुई. कई बूथों पर मतदान धीमा रहा. टीएमसी समर्थकों ने लेफ्ट फ्रंट प्रत्याशी गोविंदा राय पर हमला किया. उनकी गाड़ी तोड़ी.


दूसरा चरणः रायगंज के इस्लामपुर में सीपीआई-एम सांसद मो. सलीम की कार पर टीएमसी समर्थकों पत्थरों और डंडों से हमला किया.


तीसरा चरणः हिंसा की कई शिकायत चुनाव आयोग को मिली. बूथों पर बमबाजी हुई. सीपीएम समर्थकों पर हमला. मुर्शिदाबाद में 56 वर्षीय कथित कांग्रेस समर्थक की टीएमसी समर्थकों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस चरण में कोलकाता में 60 लोग गिरफ्तार हुए.


चौथा चरण: हिंसा का दौर चौथे चरण में भी नहीं थमा. आसनसोल में टीएमसी कार्यकर्ताओं और सुरक्षाबलों में जमकर झड़प हुई. कुछ टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर सांसद बाबुल सुप्रियो की कार का शीशा तोड़ दिया.


पांचवां चरण: इसके पांचवें चरण में बंगाल में हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा.


छठा चरण: छठे चरण के चुनाव से पहले बंगाल फिर हिंसा की तरफ चला गया. झारग्राम में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या की गई है, तो वहीं मरधारा के कांठी में टीएमसी कार्यकर्ता को मारा गया है. टीएमसी के सुधाकर मैती रविवार रात से ही गायब थे, लेकिन बाद में उनका शव मिला. बताया जा रहा है कि देर रात को वह किसी रिश्तेदार से मिलने जा रहे थे लेकिन वापस ही नहीं लौटे. हालांकि इस मामले में जांच जारी है.


पीएम मोदी और ममता बनर्जी के बीच चली जुबानी जंग


आखिरी चरण के चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी और टीएमसी के बीच लड़ाई उठक-बैठक कराने और जेल भेजने तक पहुंच गई है. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मथुरापुर में रैली को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इतना झूठ बोलने के लिए उठक-बैठक करनी चाहिए. इसके अलावा उन्होंने इससे पहले एक रैली के दौरान कहा था कि जब नरेंद्र मोदी बंगाल आकर कहते हैं कि टीएमसी लुटेरों से भरी पड़ी है तो मुझे उन्हें थप्पड़ मारने का मन हुआ. वहीं पीएम मोदी ने कहा कि दीदी पश्चिम बंगाल आपकी और आपके भतीजे की जागीर नहीं है.


अमित शाह की रैली में हिंसा


पश्चिम बंगाल में पिछले छह चरणों के चुनाव में हिंसा देखने को मिली है. लेकिन मंगलवार को बीजेपी और टीएमसी समर्थकों के बीच अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसक झड़पें हुईं थीं और शाह को इस कारण से बीच में ही अपना कार्यक्रम खत्म करना पड़ा था. समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी गई. बीजेपी और टीएमसी ने इस घटना के लिए बुधवार को एक-दूसरे पर आरोप मढ़े. वहीं कांग्रेस और वामदलों ने भी बीजेपी पर हिंसा फैलाने के आरोप लगाए और प्रदर्शन किया.


ममता बनर्जी ने अमित शाह के रोडशो के दौरान हिंसा और तोड़फोड़ के खिलाफ देर रात मार्च निकाला. शहर के प्रमुख बुद्धिजीवियों के साथ ममता बनर्जी ने बेलाघाटा में गांधी भवन से मार्च निकाला और लगभग 6 किमी की दूरी तय करके शहर के उत्तरी हिस्से में श्यामबाजार फाइव-प्वाइंट क्रॉसिंग तक पहुंची. मार्च में भाग लेने वाले तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की और ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़े जाने की घटना की निंदा की.


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