जानिए कौन हैं बाहुबली अफजाल अंसारी, जिन्हें अखिलेश यादव ने गाजीपुर से लोकसभा चुनाव का टिकट देकर चौंकाया
Lok Sabha Election: अखिलेश यादव ने गाजीपुर से अफजाल अंसारी को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है. अफजाल ने पिछले इलेक्शन में भी जीत हासिल की थी.
Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी ने सोमवार (19 फरवरी) को लोकसभा चुनाव के लिए अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश की 11 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है. इसमें मुख्तार अंसारी के भाई और सांसद अफजाल अंसारी का नाम भी शामिल है.
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में जन्में अफजाल अंसारी के पिता सुभानुल्लाह अंसारी नगर पालिका परिषद मोहम्मदाबाद के चेयरमैन थे. अफजाल ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है.
कम्युनिस्ट पार्टी से की राजनीति की शुरुआत
अफजाल अंसारी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. वह पांच बार विधायक और दो बार सांसद चुने गए हैं. अंसारी ने 1985 में मुहम्मदाबाद से भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और पहली बार विधायक बने. उसके बाद वह साल 1996 तक लगातार पांच बार विधानसभा में पहुंचते रहे.
दो बार जीत चुके हैं लोकसभा का चुनाव
हालांकि, अफजाल अंसारी को 2002 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने पड़ा. इसके बाद वह समाजवादी पार्टी 2004 के लोकसभा चुनाव में उतरे और गाजीपुर संसदीय सीट से जीत हासिल की. उन्होंने 2009 और 2014 में भी चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों बार हार गए. हालांकि, 2019 में वह बीजेपी सांसद मनोज सिन्हा को हराकर फिर से संसद पहुंचे.
गैंगस्टर एक्ट में सजा
पिछले साल 29 अप्रैल को एमपी-एमएलए कोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट के तहत अफजाल अंसारी को उनके भाई मुख्तार अंसारी के साथ जेल भेज दिया था. कोर्ट ने मामले में मुख्तार अंसारी को 10 और अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा सुनाई थी. उन पर 2005 में हुई बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में शामिल होने का भी आरोप है. फिलहाल वह हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आ गए हैं.
सांसदी भी हुई बहाल
हाईकोर्ट से सजा मिलने के बाद उनकी संसद की सदस्यता भी छीन ली गई थी. इसको लेकर अफजाल ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अदालत ने उनकी सदस्यता फिर बहाल कर दी.
यह भी पढ़ें- जयंत चौधरी के खिलाफ दांव, राहुल गांधी को नहीं दिया भाव! अखिलेश यादव की लोकसभा चुनाव की दूसरी लिस्ट क्यों चौंका रही