मुंबई/चंडीगढ़: हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा कल शाम को गई. अब सरकार बनाने की कवायद चल रही है. बीजेपी दोनों ही राज्यों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने के बावजूद मायूस है, वहीं कांग्रेस महाराष्ट्र में चौथे और हरियाणा में दूसरे स्थान पर रहने पर भी खुश.
दरअसल, लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद दोनों ही राज्यों में कांग्रेस ने वोट प्रतिशत और सीटों के लिहाज से अपनी स्थिति में सुधार किया है. बीजेपी की सीटें भी कम हुई है और वोट प्रतिशत में भी गिरावट देखी गई है. यही नहीं 2014 के विधानसभा चुनाव से तुलना करें तो भी बीजेपी घाटे में रही है और कांग्रेस फायदे में. देखें आंकड़े-
हरियाणा में 2019 के विधानसभा चुनाव परिणाम
बीजेपी
सीट- 40
वोट प्रतिशत- 36.5 प्रतिशत
कांग्रेस
सीट- 31
वोट प्रतिशत- 28.1 प्रतिशत
हरियाणा में 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम
बीजेपी
सीट- 47
वोट प्रतिशत-33.3 प्रतिशत
कांग्रेस
सीट-15
वोट प्रतिशत- 20.7 प्रतिशत
हरियाणा में 2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम (कुल 10 सीट)
बीजेपी
सीट-10
वोट प्रतिशत- 58.2 प्रतिशत
कांग्रेस
सीट- 0
वोट प्रतिशत- 28.5 प्रतिशत
महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनाव परिणाम (कुल 288 सीटें)
बीजेपी
सीट- 105
वोट प्रतिशत- 25.7 प्रतिशत
कांग्रेस
सीट- 44
वोट प्रतिशत- 15.9 प्रतिशत
महाराष्ट्र में 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम
बीजेपी
सीट- 122
वोट प्रतिशत- 28.1 प्रतिशत
कांग्रेस
सीट- 42
वोट प्रतिशत-18.1 प्रतिशत
महाराष्ट्र में 2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम (कुल 48 सीट)
बीजेपी
सीटें- 23
वोट प्रतिशत- 27.8 प्रतिशत
कांग्रेस
सीटें-1
वोट प्रतिशत-16.4
कांग्रेस की खुशी
राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वालों के लिए ये चुनाव परिणाम बड़ा झटका है. हरियाणा में जनता ने सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ जनादेश दिया है और बीजेपी के 'अबकी बार 75 पार' के नारे को नकार दिया है, वहीं महाराष्ट्र में भी बीजेपी और उनके सहयोगी दलों की सीटें कम होना और कांग्रेस के प्रति विश्वास बढ़ना हमारे लिए सकारात्मक संकेत है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ बीजेपी ने मतदाताओं को हल्के में लिया और उनके अहंकार को मुंहतोड़ जवाब मिला है. विधानसभा चुनाव और उपचुनावों के नतीजे बीजेपी के पतन की शुरुआत है.’’ कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने दावा किया कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने हरियाणा में जीत का जो दावा किया है उसमें कोई दम नहीं हैं क्योंकि वहां उनकी पार्टी ने सिर्फ बहुमत नहीं खोया है, बल्कि लोकसभा चुनाव के मुकाबले उसके वोट प्रतिशत में भी 22 फीसदी की गिरावट आई है.