नई दिल्ली: 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे लेकिन उससे पहले ही गठबंधन का जोड़ तोड़ शुरू हो गया है. कल दिल्ली मे आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने काग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. जिसमें केसीआर और जगन रेड्डी को लेकर चर्चा हुई दरअसल कुछ दिन पहले कांग्रेस कोर ग्रूप की बैठ हुई थी जिसमें चिदंबरम और कुछ नेताओं ने कहा कि किसी को भी बहुमत नहीं मिल रहा है ऐसे मे हमें यूपीए के अलावा बाकि पार्टियों से भी बात करनी चाहिए.


इसके बाद कांग्रेस के नेता केवी थॉमस ने जगन रेड्डी के करीबी और उनके रणनीतिकार सुब्बा रेड्डी से मुलाकात कर यूपीए को समर्थन देने की बात कही लेकिन उन्होंने ने कोई भरोसा नहीं दिया क्योंकि जगन 16 मई को भारत लौटेंगे. इस बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारास्वामी से बात की और कहा कि वो कांग्रेस को तीसरे मोर्च को समर्थन देने के लिए राजी करे.


केसीआर ने ये भी कहा कि जैसे कांग्रेस और जेडीएस ने कर्नाटक में सरकार का गठन किया हम उसपर सहमत हैं. दरअसल कांग्रेस ये बात अच्छे से समझती है कि केसीआर और जगन रेड्डी अगर एनडीए को अपनी समर्थन ना दें तो किसी भी हालत में मोदी सरकार नहीं बना सकते. केसीआर तीसरे मोर्चे की मांग इसलिए कर रहे हैं कि उन्हें इस बात का अहसास है कि एनडीए मे प्रधानमंत्री पद खाली नहीं है.


इस तमाम राजनीतिक हलचल के बीच 21 मई को दिल्ली में यूपीए और संम्भावित समर्थन देने वाली पार्टियों की बैठक बुलाई गई है जिसमें काग्रेस की कोशिश है कि वो जगन रेड्डी को किसी भी तरह मीटिंग मे शामिल करे. जिससे केसीआर के तीसरे मोर्च की हवा निकलना लाज़मी है.