नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में गठबंधन को लेकर बड़ी खबर आई है. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हो पाएगा. सूत्रों से जानकारी मिली है कि आम आदमी पार्टी हरियाणा में भी कांग्रेस से गठबंधन करना चाहती है. लेकिन कांग्रेस हरियाणा आम आदमी पार्टी को कोई सीट नहीं देगी. इस बात को लेकर अब दिल्ली में भी गठबंधन को लेकर समझौता नहीं हो पाएगा.


आज आम आदमी पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस


 कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह आज सुबह 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर आप का फैसले के बारे में बताया जाएगा. इससे पहले शुक्रवार को सीटों के बटवारे पर दोनों दलों के बीच सकारात्मक संकेत मिले थे.


आप ने कांग्रेस को दिया था एक मौका


आप ने गठबंधन की बातचीत को अंजाम तक पंहुचाने के लिये कांग्रेस को सोमवार तक का समय दिया था. इसके लिये पार्टी ने अपने तीन उम्मीदवारों के शनिवार को होने वाले नामांकन को स्थगित कर दिया था. आप की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने बताया था कि अब सोमवार को आप के शेष छह उम्मीदवारों का नामांकन होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उसके रुख पर पुनर्विचार करने के लिये मौका देने के चलते पार्टी ने यह फैसला किया है ताकि गठबंधन को लेकर कांग्रेस के साथ चल रही बातचीत निर्णायक स्थिति में पहुंच सके.


महीनों से बनी हुई है असमंजस की स्थिति 


बता दें कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर कई महीनों से असमंजस की स्थिति बनी हुई है. पहले तो कांग्रेस में ही आप से गठबंधन को लेकर दो राय थी. शीला दीक्षित का खेमा गठबंधन का विरोध कर रहा था. वहीं अजय माकन और पीसी चाको इसके समर्थन में थे. जब पार्टी में करीब-करीब सहमति बनी तो आप ने हरियाणा और पंजाब में भी गठबंधन की शर्त रख दी. लेकिन पंजाब में गठबंधन से कांग्रेस ने साफ-साफ शब्दों में इनकार कर दिया.


दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें हैं और यहां भी हरियाणा के साथ 12 मई को वोट डाले जाएंगे. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी सात सीटों पर जीत दर्ज की थी.