Yogendra Yadav on Haryana Elections 2024: स्वराज इंडिया और भारत जोड़ो अभियान से जुड़े हुए पॉलिटिकल एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव ने महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों से पहले बड़ी टिप्पणी की है. चेताते हुए सोमवार (14 अक्टूबर, 2024) को माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में टि्वटर) पर क्रिकेट का जिक्र (चुनावी संदर्भ में) करते हुए उन्होंने दावा किया कि जब एलबीडब्ल्यू नहीं मिलता तो बोल्ड ही करना पड़ता है! कुर्सीधारी हिले हुए हैं, वे जीतने के लिए कुछ भी कर सकते हैं. 


जाने-माने राजनीतिक कार्यकर्ता ने एक्स पोस्ट में आगे बताया, "अंपायर मिले हुए हैं, उनसे कुछ भी कराया जा सकता है. थर्ड अंपायर डरे हुए हैं, वे कुछ नहीं करेंगे पर मैच तो खेलना पड़ेगा. मान कर चलिए कि अब एलबीडब्ल्यू नहीं, हमें बोल्ड ही करना है तभी सच जीतेगा, संविधान जीतेगा." 


योगेंद्र यादव ने गली क्रिकेट की दी मिसाल


योगेंद्र यादव ने एक्स पोस्ट से इतर एक दिन पहले रविवार (13 अक्टूबर, 2024) को वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर शेयर की दो मिनट 54 सेकेंड्स की क्लिप अपलोड की थी, जिसमें वह उन्होंने मोहल्ले वाले क्रिकेट का उदाहरण दिया था. उन्होंने कहा था, "मैं जब स्कूल-कॉलेज में था तब हम टीम बनाकर मैच खेलने जाते थे. जिसकी पिच होती थी, उसी का अंपायर होता था. हम जब हम स्पिन करते थे तो पैड बिल्कुल विकेट के सामने होता था पर हमारी अपील पर अंपायर अंगुली नहीं उठाता (आउट देने के संदर्भ में) था. यही वजह रहती कि हम हार जाते थे."


महाराष्ट्र-झारखंड के लिए दे दी बड़ी चेतावनी!


भारत जोड़ो अभियान से जुड़े योगेंद्र यादव ने बताया, "हारे मैच के बाद हमारे बीच के एक समझदार आदमी ने कहा कि हम अगला मुकाबला ऐसे खेलेंगे कि मानो एलबीडब्ल्यू है ही नहीं. हम सीधा बोल्ड करेंगे. हमने स्ट्रेटेजी बदल दी और बोल्ड कर अगला मैच जीता. जब से हरियाणा के नतीजे आए लोग कई तरह की बात कर रहे. हालांकि, मैं एक मोटी बात समझता हूं कि जो चुनाव आयोग अपराधी राम रहीम को बाहर निकलने की इजाजत दे सकता है और वह खुल्लम-खुल्ला बाहर आकर बीजेपी को सपोर्ट करता है, वह कुछ भी कर सकता है."


PM नरेंद्र मोदी को भी बिना नाम लिए लपेटा


योगेंद्र यादव की ताजा टिप्पणी न सिर्फ सीधे तौर पर इशारा करती है कि वह बीजेपी के शीर्ष नेताओं (पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी) को परोक्ष रूप से घेर रहे हैं बल्कि यह भी बताती है कि वह आगामी विस चुनावों के लिए विपक्षी खेमे को और अलर्ट कर रहे हैं. महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावों की तारीख फिलहाल सामने नहीं आई है. 


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