दिवगंत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर रोज़ाना नए खुलासे सुनने को मिलते है. हाल ही में केंद्र सरकार ने सुशांत मामले को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया है. इसी बीच सुशांत सिंह राजपूत के दोस्त और सीरियल पवित्र रिश्ता के डायरेक्टर कुशल जावेरी ने पुरानी बातों तो लेकर कई खुलासे किए है. कुशल ने बताया है साल 2018 में सुशांत पर मीटू के फर्जी आरोप लगने के बाद उनका क्या हाल हुआ था.
कुशाल झवेरी ने आगे लिखा, सुशांत पर लगे मीटू के आरोपों के दौरान सबसे कमजोर थे जो मीडिया में खबरें आई थीं. इस पर उन्होने लिखा है कि मैं जुलाई 2018 से फरवरी 2019 तक सुशांत के साथ रहा. मैंने जो सबसे कमजोर देखा वह अक्टूबर 2018 में मीटू आंदोलन के दौरान था. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बिना किसी ठोस सबूत के उन्हें निशाना बना रही थी. हमने संजना सांघी से संपर्क करने की पूरी कोशिश की लेकिन उन दिनों वह यूएसए में थीं और इन सभी चीजों पर कमेंट करने के लिए उपलब्ध नहीं थीं.
आगे लिखा, सुशांत को अपने दिमाग के बारे में पता था जो उसे निशाना बना रहा था. मुझे याद है कि सुशांत आरोपों को दूर करने के लिए संजना के इंतजार में 4 रातों तक सो नहीं पाया था. अंत में उसने 5 वें दिन सुशांत का नाम इस सबसे बाहर हो गया और ये सब एक कठिन जीत की तरह लग रहा था जैसे कि लड़ाई खत्म हो गई हो.