नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर इरफान खान का आज निधन हो गया. अपनी अदाकारी से वो हर किसी के दिल पर राज करने वाले अभिनेता थे. इरफान काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और साल 2018 में ही उन्होंने लोगों को ये जानकारी दी थी कि उन्हें कैंसर है. इरफान खान मात्र 54 साल की उम्र में दुनिया को छोड़कर चले गए. मुंबई के वर्सोवा स्थित कब्रिस्तान में उन्हें सुपर्द-ए-खाक कर दिया गया.


इरफान खान ने टीवी सीरियल से अपने अभिनय की शुरुआत की थी और उन पर एक्टिंग का ऐसा जुनून सवार था कि वह इसके लिए अपने घर को छोड़कर मुंबई आ गए थे. लेकिन ये बात किसी को शायद नहीं पता होगी कि इरफान एक्टर से पहले एक क्रिकेटर बनना चाहते थे. कॉमेडियन अबीश मैथ्यू को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान जब इरफान खान से ये पूछा गया था कि, वो एक्टर से पहले क्या बनना चाहते थे? क्योंकि वो एक अच्छे स्पोर्ट्समैन थे, खासकर एक बेहतरीन क्रिकेटर?


इसपर इरफान ने अबीश को जवाब देते हुए बताया कि वो एक्टर से पहले एक क्रिकेटर बनना चाहते थे. इसके बाद अबीश ने अगला सवाल पूछा कि, वो एक गेंदबाज, बल्लेबाज या विकेटकीपर थे? जिसपर इरफान ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि वो एक ऑल राउंडर थे.


इरफान खान ने इंटरव्यू में आगे खुलासा किया था कि, ''मुझे बल्लेबाजी ही पसंद थी लेकिन मेरा कप्तान चाहता था कि मैं गेंदबाजी ही करूं. वो मुझे कहता था कि अच्छे से गेंद कर. और ऐसे में मुझे विकेट भी मिल जाते थे.''


इंटरव्यू में इरफान से जब पूछा गया कि आखिर क्या वजह थी कि उन्हें क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा? इस सवाल का जवाब देते हुए इरफान ने कहा कि, '' मैं एक टूर्नामेंट में सेलेक्ट हो गया था जिसका नाम सीके नायडू था. लेकिन उस दौरान मेरे घर के हालात उतने अच्छे नहीं थे. ऐसे में मुझे झूठ बोलकर बाहर खेलने जाना पड़ता था. जब मैं राजस्थान की टीम में चुन लिया गया था तो टीम के साथ मुझे जयपुर से अजमेर जाना था. इस दौरान मुझे 200 से 250 रुपयों की जरूरत थी. लेकिन मैं इतने पैसों की व्यवस्था नहीं कर पाया. अब अंत में मेरे पास यही रास्ता बचा था कि मैं अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दूं.''


इरफान ने आगे ये भी कहा कि, वो एक बेहतरीन क्रिकेटर थे और इसी कारण उनका टीम में चयन हुआ था. हालांकि यहां क्रिकेट का नुकसान बॉलीवुड के लिए फायदे का सौदा साबित हुआ और इरफान खान की बॉलीवुड में एंट्री हुई. इरफान को पहला ब्रेक टीवी सीरियल में मिला. और इसके बाद इरफान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. आज इरफान भले ही इस दुनिया से चले गए हों लेकिन उन्होंने अपनी अदाकारी और इंसानियत से लोगों पर एक ऐसी छाप छोड़ी है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता.