ऊषा उत्थुप अपनी दमदार आवाज के लिए जानी जाती हैं. 74 साल की उम्र में भी उनकी आवाज का दबदबा सुनने को मिलता है. उनकी गूंज दर्शकों के बीच तो गूंजती ही है, साथ ही उन्हें सुन रहे लोगों के पैर भी अपने आप थिरकने लग जाते हैं. एक ऐसा ही नजारा फिर एक बार हमें देखने को मिला एबीपी आइडियाज ऑफ इंडिया समिट में. जहां ऊषा उत्थुप ने अपनी आवाज से महफिल की शाम को खुशनुमा तो किया ही साथ ही अपनी धुन पर सबको नचा भी डाला. उनकी आवाज की खनक दर्शकों के दिलों को छू गई. उनकी परफॉर्मेंस के बाद तालियों की गूंज तो उठी ही साथ ही दर्शकों ने सीट से खड़े होकर उनकी खूब वाहवाही भी की. लोगों का ये प्यार पाकर खुश हो रही ऊषा जी की आंखें भी नम होती नजर आईं.

 

एबीपी आइडियाज ऑफ इंडिया समिट पर ऊषा उत्थुप की जिंदगी पर आधारित बुक को लॉन्च किया गया. इस बुक में ऊषा उत्थुप से जुड़े कई रोचक किस्से पढ़ने को मिलेंगे.  इस बुक का टाइटल द क्वीन ऑफ इंडियन पॉप ऊषा उत्थुप रखा गया है. बुक को लांच करने के बाद ऊषा उत्थुप ने अपनी दमदार और सुरीली आवाज से समा बांध दिया. लगातार 2 से 3 गाने दर्शकों के सामने पेश किए. इसमें से एक गाना एकला चलो रे भी रहा.

 


 

आप देख सकते हैं कि कैसे ऊषा उत्थुप अपनी दमदार आवाज के साथ अपने हाव-भाव से भी दर्शकों को दीवाना बना रही हैं, इनके गाने के यह बोल शानदार हैं- दोस्तों से प्यार किया, दुश्मनों से प्यार किया, जो भी किया हमने किया, शान से.. इस गाने के बाद दर्शक इस गाने को एक बार और गाने की मांग करने लगे.