साल 1994 में रिलीज हुई फिल्म 'मोहरा' (Mohra) और इसका गीत 'ना कजरे की धार ना मोतियों का हार' तो आपको याद ही होगा. इस गीत को सुनने के बाद हममें से कई दर्शकों को लगा कि जैसे किसी रॉक कॉन्सर्ट में किसी ने मेहंदी हसन की गजल बजा दी हो. शायद, इसी वजह से ये गीत फिल्म 'मोहरा' के बाकी गीतों से मुक्तलिफ था. असल में इस गाने की धुन फिल्म 'मोहरा' के बनने से काफी पुरानी थी, जिसे कंपोज किया था कल्याण जी-आनंद जी ने. इस गाने के बोल लिखे थे इन्दीवर ने और इस गाने को अपनी आवाज से सजाने वाले थे मुकेश, लेकिन जिस फिल्म के लिए ये गीत लिखा गया वो कभी बनी नहीं. इसी वजह से ये गीत भी डब्बा बंद हो गया था.
कई सालों बाद जब कल्याण जी के बेटे वीजू शाह फिल्म 'मोहरा' का म्यूजिक कंपोज कर रहे थे तब जाकर उन्हें इस पुराने गीत की याद आई और उन्होंने ये गाना इस फिल्म के लिए यूज कर लिया. जब फिल्म मोहरा रिलीज हुई तो दर्शकों ने इस गाने को बेहद पसंद किया. हालांकि फिल्म के बाकी गाने जैसे 'तू चीज बड़ी है मस्त-मस्त' और 'टिप-टिप बरसा पानी' भी बहुत हिट हुए थे लेकिन इस गाने का असर लोगों पर कुछ ज्यादा ही हुआ.
फिल्म 'मोहरा' के सुपरहिट होने में इसके संगीत ने अहम भूमिका निभाई थी. वहीं बात करें फिल्म की स्टार कास्ट की तो इसमें अक्षय कुमार (Akshay Kumar), सुनील शेट्टी (Sunil Shetty), नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah), परेश रावल (Paresh Rawal) और रवीना टंडन (Raveena Tandon) ने बेहतरीन काम किया था.
यह भी पढ़ेंः 26 लोगों की नाक काटने वाले असली डाकू की कहानी से प्रेरित है Sholay का 'गब्बर', जानिए पूरा मामला