फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग्स के मुद्दे के बीच अब पायल घोष ने यौन शोषण का मुद्दा गर्मा दिया है. वहीं अब ये मुद्दा संसद में भी पहुंच चुका है. बीजेपी सांसद रविकिशन ने ये मुद्दा संसद में उठाया और कठोर कानून की मांग की. बीती रात लोकसभा की कार्यवाही रात करीब एक बजे तक चली और इस मुद्दे पर जमकर बहस हुई. बीजेपी सांसद रवि किशन ने एक ऐसे कानून की मांग की, जिससे महिलाओं, लड़कियों पर अनुचित दबाव बनाने वालों में भय पैदा हो.


इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए रवि किशन ने कहा, "हमारे देश में बेटियां देवी दुर्गा और गो माता की तरह पूज्यनीय हैं, लेकिन बॉलिवुड समेत कई क्षेत्र ऐसे जहां अभी भी कुछ लोग उनकी तकदीर चमकाने का दावा कर सौदेबाजी पर उतारू हैं." हालांकि इस दौरान रवि किशन ने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका या बयान ऐसा समय में आया जब पायल घोष ने अनुराग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जिससे की साफ है कि रवि किशन का इशारा किस ओर था.


बता दें कि इससे पहले अनुराग और पायल के मामले पर बात करते हुए रवि किशन ने कहा था, "आरोप गंभीर है और पायल घोष ने खुद सामने आकर कहा है. अगर ये तथ्य एकदम सही होते हैं तो इस पर कार्रवाई होनी चाहिए. हम लोग नारी सशक्तिकरण की बात करते हैं. ऐसे में कोई भी नारी या बेटी गुहार लगाती है तो उसके लिए जांच की सारी एजेंसियां और दरवाजे खुले रखते हैं"


रवि किशन और अनुराग कश्यप के बीच वाद-प्रतिवाद की जंग सुशांत और रिया केस से जुड़ी बयानबाजियों से शुरू हुई थी. पहले अनुराग कश्यप ने रवि किशन पर सीधा वार कर किया था. अनुराग ने ट्वीट में रवि किशन पर गांजा पीने का आरोप लगाया तो रवि किशन उन्हें सोच समझकर बयान देने की नसीहत देकर चुप रह गए थे, लेकिन अब पायल घोष के आरोपों के बाद अनुराग कश्यप से खिलाफ रवि किशन खुल कर मुखर हैं.


पायल घोष का आरोप


पायल घोष ने अनुराग कश्यप पर आरोप लगाते हुए कहा था, "उन्होंने मुझे अनकंफर्टेबल फील करवाया. जो भी हुआ वो नहीं होना चाहिए था. कोई तुम्हारे पास काम मांगने आया है तो इसका मतलब ये नहीं होता कि वो किसी भी चीज के लिए तैयार है. ये मुझे आज भी परेशान करता है"