सरोज खान के निधन पर बोले अमिताभ बच्चन- एक विरासत गुजर गई, तो शाहरुख खान ने यूं जताया शोक
सरोज खान के निधन पर अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान ने शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर खास पोस्ट किए हैं.
बॉलीवुड की दिग्गज कोरियोग्राफर सरोज खान के निधन की खबर सुनकर महानायक अमिताभ बच्चन व्यथित और दुखी हो गए. उन्होंने कहा कि सरोज खान ने हिंदी फिल्म उद्योग को लय, शैली, आकर्षक गति, चाल और नृत्य में गीत के बोल के अर्थ को परिवर्तित करने की कला दी.
अभिनेता ने इंस्टाग्राम पर सरोज खान की एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर शेयर की जिसमें उन्होंने अभिनेता को प्यार से गले लगा रखा है. अमिताभ बच्चन ने लिखा, "सरोज जी..आपने हमें और इंडस्ट्री को लय, शैली, आकर्षक चाल और नृत्य में गीत के बोल के अर्थ को परिवर्तित करने की कला दी." उन्होंने बताया कि फिल्म 'डॉन' की रिलीज के बाद उन्हें सरोज खान से सबसे अच्छी तारीफ मिली.
अमिताभ ने कहा कि कई साल पहले एक मुलाकात के दौरान उन्होंने उनकी सबसे बेहतरीन तारीफ की. उस समय वह दुबई में रहती थी और 'डॉन' रिलीज हुई थी और सिनेमाघर में जाकर देखने के बाद फिल्म के गाने 'खईके पान' पर वह नियमित रूप से डांस किया करती थीं. उन्हें अमिताभ के डांस मूव्स बहुत पसंद आए थे.
अभिनेता ने कहा कि सरोज खान के मुंह से निकले शब्द सर्वश्रेष्ठ थे. उन्होंने कहा, "एक विरासत गुजर गईं."
वहीं अभिनेता शाहरुख खान ने शुक्रवार को सरोज खान के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि दिवंगत कोरियोग्राफर फिल्म उद्योग में उनकी 'पहली असल शिक्षिका' थीं. शाहरुख ने ट्वीट किया, "फिल्म उद्योग में मेरी पहील असल शिक्षिका. उन्होंने मुझे घंटों तक सिखाया कि फिल्म डांसिंग के लिए 'डिप' कैसे किया जाता है. मैं जिन सबसे ज्यादा केयरिंग, प्यार करने वालों और प्रेरक लोगों से मिला हूं, वह उनमें से एक थीं. आपकी याद आएगी सरोज जी. अल्लाह उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. मेरी देखभाल करने के लिए शुक्रिया."
My first genuine teacher in the film industry. She taught me for hours how to do the ‘dip’ for film dancing. One of the most caring, loving & inspiring persona i have ever met. Will miss you Sarojji. May Allah bless her soul. Thank u for looking after me.
— Shah Rukh Khan (@iamsrk) July 3, 2020
मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का बीती रात कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया. वह 71 साल की थीं. मलाड के कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया.