मुंबई: मुम्बई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन में फिल्म अभिनेत्री पायल घोष द्वारा फ़िल्म निर्माता अनुराग कश्यप पर लगाए यौन शोषण आरोप के बाद वर्सोवा पुलिस ने गुरुवार को अनुराग कश्यप का बयान दर्ज किया. अनुराग सुबह 10 बजे वर्सोवा पुलिस स्टेशन पहुंचे और शाम करीब 6 बजे अपना बयान दर्ज कराने के बाद पुलिस स्टेशन से निकले.
अपने ऊपर लगाए गए यौन शोषण आरोपों पर अनुराग कश्यप ने अपने वकील प्रियंका खिमानी के माध्यम से सफाई दी हैं. वकील प्रियंका के मुताबिक, अगस्त 2013 के कथित यौन शोषण आरोप के संदर्भ में अनुराग कश्यप ने वर्सोवा पुलिस स्टेशन में बयान दर्ज कराया. अनुराग कश्यप ने अपने ऊपर लगाए सभी आरोपों को खारिज किया है और अपना बयान दर्ज कराया है.
अनुराग कश्यप ने अपने बयानों के समर्थन में दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं जो शिकायतकर्ता के आरोपों को खारिज करता है. अनुराग कश्यप ने अगस्त 2013 महीने के दस्तावेज सबूत उपलब्ध कराए हैं जिसके मुताबिक वह अगस्त 2013 में एक फिल्म के संदर्भ में श्रीलंका में थे. अनुराग कश्यप ने जिस जगह पर घटना होने का जिक्र किया गया है उसे पूरी तरह नकारा है.
शिकायतकर्ता द्वारा कथित अगस्त 2013 की कथित घटना को मीडिया में प्रचार कर अनुराग कश्यप की छवि बिगाड़ने और बदनाम करने का काम किया जा रहा है जबकि यह मामला न्यायिक प्रक्रिया से गुजर रहा है.
अनुराग कश्यप के मुताबिक, शिकायतकर्ता द्वारा बार-बार अपने बयान बदले जाने और अनुराग कश्यप द्वारा दस्तावेजों की पेशी के बाद शिकायतकर्ता के झूठ का पर्दाफाश हो चुका है. अनुराग कश्यप के मुताबिक शिकायतकर्ता आने वाली जांच प्रक्रिया के दौरान भी बार-बार अपना बयान बदल सकती है. अनुराग कश्यप की वकील के मुताबिक इस पूरे घटनाक्रम और आरोपों से न केवल अनुराग कश्यप बल्कि उनके परिवार और उनके शुभचिंतकों को काफी ठेस पहुंचा है.
अनुराग कश्यप अपने पास उपलब्ध तमाम न्यायिक संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं. अनुराग के मुताबिक शिकायतकर्ता अपने निजी स्वार्थ के लिए मी टू मूवमेंट का दुरुपयोग कर रही है और उन्हें न्याय मिलेगा ऐसा पूरा विश्वास है.