Jason Momoa Career: 'एक्वामैन एंड द लॉस्ट किंगडम' स्टार जेसम मोमोआ की कद-काठी ऐसी है कि वह ड्वेन जॉनसन को भी मात दे दे. चेहरे पर उभरते एक्सप्रेशन किसी शांत लेकिन ताकतवर जानवर की याद दिलाने वाले. और रोल भी वैसे ही जो रोंगटे खड़े कर दे. हम बात कर रहे हैं हॉलीवुड के दबंग की. जेसन मोमोआ की. गेम ऑफ थ्रोन्स का खाल ड्रोगो किसे नहीं याद होगा. खाल ड्रोगो का वहशीपन, जंगलीपन और ताकतवर योद्धा का किरदार नो डाउट ऑफ थ्रोन्स लिखने वाले डेविड बेनिऑफ ने गढ़ा है. लेकिन उस किरदार को पन्ने से स्क्रीन पर उसी तरह से उतारने का काम जेसन मोमोआ ने किया.
आपको वो सीन याद ही होगा, जिसमें खाल ड्रोगो हाथ से अपने दुश्मन की रीढ़ की हड्डी उखाड़ लेता है. या फिर वो सीन जिसमें वो अपनी पत्नी के भाई पर उबलता सोना डलवाकर उसे बुत बनाता है. ये वही सीरीज है जहां से जेसन ने अपने करियर की नई शुरुआत की. उसके बाद उन्हें उसी तरह के कई किरदार हॉलीवुड में ऑफर हुए जिनके साथ वो पूरी तरह से इंसाफ करते नजर आए.
किन फिल्मों में नजर आ चुके हैं जेसन?
उन्हें असली पहचान मिली एचबीओ के शो गेम ऑफ थ्रोन्स से. इसके बाद जैसन कोनन द बारबेरियन, जस्टिस लीग, बैटमैन वर्सेज सुपरमैन, एक्वामैन और फास्ट X जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं.
जेसन को लगभग हर फिल्म में एक ऐसे ताकतवर योद्धा की तरह प्रोजेक्ट किए गए हैं जिसे किसी से भी डर नहीं लगता है. डीसी यूनिवर्स की कई फिल्मों में एक्वामैन के किरदार को निभा चुके जेसन ने इसी साल रिलीज हुई फास्ट X में एक खतरनाक और बदले के भूखे विलेन का किरदार निभाया था. उनका ये रोल भी सिनेमाहॉल में बैठे दर्शकों को ताली बजाने के लिए मजबूर कर देने वाला था.
डीसी यूनिवर्स ने बनाया दबंग
जेसन को दबंग की तरह पेश करने वाला पहला शो जीओटी (गेम ऑफ थ्रोन्स) है, लेकिन उस इमेज को बनाए रखने का काम डीसी यूनिवर्स ने किया है. अब देखना ये होगा कि एक्वामैन 2 में जेसन अपनी उस छवि को बनाए रखने में कामयाब होते हैं या नहीं. होनोलूलू में साल 1979 में पैदा हुए जेसन अब एक्वामैन के दूसरे पार्ट के साथ लौट रहे हैं.
जेसन डरावने सिर्फ पर्दे पर हैं
जेसन पर्दे पर अक्सर ऑडियंस को डराते हुए नजर आते हैं, लेकिन असल जिंदगी में वो वैसे नहीं हैं. एक्वामैन-2 में वो ग्लोबल वॉर्मिंग और क्लाइमेट चेंज पर भी मैसेज देते नजर आ रहे हैं. और ऐसा वो सिर्फ पर्दे में ही नहीं असल जिंदगी में भी कर रहे हैं. Britannica वेबसाइट के मुताबिक, मोमोआ की मनालालू नाम की एक कंपनी भी है जो पानी को प्लास्टिक के बजाय एल्यूमीनियम के डिब्बों में पैक करती है. साथ ही, प्लास्टिक रिसाइकलिंग पर जोर देती है और समुद्र को प्लास्टिक फ्री करने की बात भी करती है. साथ ही, इस काम में अपने मुनाफे से योगदान भी देती है. मोमोआ बीच और समुद्र की सफाई से जुड़े जागरुकता कार्यक्रमों में भी खुलकर हिस्सा लेते हैं.