Aquaman And The Lost Kingdom Review: कैसी है 'सालार' और 'डंकी' के साथ इस हफ्ते रिलीज हुई एक्वामैन 2? जानें फिल्म से जुड़ी खास बातें
Aquaman 2 Review: 5 साल के इंतजार के बाद एक्वामैन फिर से आ चुका है समुंदर और धरती को बचाने. यहां जानिए फिल्म से जुड़ी खास बातें और फैसला कीजिए कि ये फिल्म आपके लिए है या नहीं.
Aqauaman And The Lost Kingdom Review: डीसी यूनिवर्स की फिल्म 'एक्वामैन एंड द लॉस्ट किंगडम' सिनेमाहॉल में आ चुकी है. फिल्म के साथ दो और बड़ी फिल्में 'सालार' और 'डंकी' भी रिलीज हुई हैं और अगर आप हॉलीवुड और खासकर सुपरहीरो फिल्मों के शौकीन हैं तो आपके लिए पेश हैं एक्वामैन फिल्म से जुड़ी खास बातें. इसके बाद आप आसानी से फैसला कर सकते हैं कि ये फिल्म आपको देखनी चाहिए या नहीं.
फिल्म की कहानी
फिल्म 2018 में आई एक्वामैन के आगे की कहानी कहती है. एक्वामैन यानी पानी के अंदर की दुनिया एटलांटिस के राजा आर्थर की जिंदगी सामान्य चल रही होती है. अचानक से फिल्म में एंट्री होती है एक सुपरविलेन की. बदले की आग में जल रह ये सुपरविलेन दुनिया तबाह कर देना चाहता है. उसके तरीके बाकी के सुपरविलेन की तरह नहीं हैं. वो इसके लिए लोगों को मारता नहीं है, बल्कि उन्हें दुनिया से एक साथ खत्म करने के लिए हथियार के तौर पर प्रदूषण और ग्लोबल वॉर्मिंग को अपना हथियार बनाता है. इसकी भनक एक्वामैन को लग जाती है. और फिर शुरू होती है वही आम कहानी जो आपने इसके पहले कई सुपरहीरो फिल्मों में देखी होगी.
फिल्म कैसी है?
इस बारे में हम पॉइंटर्स पर बात करते हैं और समझने की कोशिश करते हैं कि फिल्म कैसी है.
कहानी: पानी के बाहर की दुनिया और अंदर की दुनिया के बारे में है. लेकिन फिल्म में नयापन नहीं है. ये किसी दूसरी सुपरहीरो फिल्मों की तरह ही है. दुनिया तबाह करने और उसे बचाने की कहानी है.
फिल्म के सीन्स : कई सीन हॉलीवुड की ही फिल्मों 'सैंक्टम', जुमांजी और 'जर्नी 2' में फिल्माए जा चुके सीन्स की याद दिलाते हैं. अगर आपने ये फिल्में देखी हैं तो आपको रिमाइंडर जैसा एहसास होगा.
डायरेक्शन: जेम्स वॉन हॉलीवुड के बड़े नामों में से एक हैं. इसके पहले उन्होंने 'इंसीडियस' और 'फ्यूरियस 7' जैसी फिल्में बनाई हैं. लेकिन इस फिल्म में उनकी छाप नहीं दिखती. उन्होंने फिल्म का ट्रीटमेंट मार्वल और डीसी यूनिवर्स की बाकी की सुपरहीरो फिल्मों की तरह ही रखा है.
एक्शन: फिल्म के एक्शन की बात करें तो ये न तो नए हैं और न ही इन्हें फिल्मानें में किसी भी तरह के नएपन का इस्तेमाल किया गया है. फिल्म के एक्शन इसी फिल्म के पहले पार्ट से कमजोर है. पहले पार्ट में एक्शन के लंबे-लंबे सीक्वेंस थे जो बेहतरीन बन पड़े थे. इस फिल्म में लंबे फाइटसीन थे, लेकिन वो वैसा कमाल नहीं कर पाए.
एक्टिंग: फिल्म में जैसन मोमोआ को देखकर ऐसा लगता है जैसे वो एक्वामैन बनने के लिए ही बने हैं. जैसन ने अच्छा काम किया है और उनका साथ पैट्रिक विल्सन, निकोल किडमैन और एंबर हार्ड ने अच्छे से दिया है.
फिर भी क्यों जा सकते हैं आप फिल्म देखने?
ऊपर बताई गईं बातें फिल्म का नेगेटिव पॉइंट लग सकते होंगे, लेकिन फिर भी कुछ वजहें हैं जो इसे वन टाइम वॉच बनाती हैं.
- फिल्म साफ-सुथरी है जो इसे परिवार के साथ देखने लायक बनाती है.
- फेंटैसी वर्ल्ड की कहानी कहती ये फिल्म बच्चों के साथ देखने लायक है. ये फिल्म बच्चों को पसंद आएगी.
- फिल्म ग्लोबल वॉर्मिंग और प्रदूषण जैसे मुद्दों पर हल्के-फुल्के अंदाज में सवाल भी उठाती है. फिल्म में ये अच्छा मैसेज ज्ञान की तरह नहीं पेश किया गया. इसलिए ये बोझिल भी नहीं बनता.
और पढ़ें- Salaar Review: दोस्ती, जंग और सल्तनत की चाह की ये कहानी क्यों देखी जानी चाहिए? जानिए 6 वजह