Viral: अर्जुन कपूर ने शेयर किया सुशांत सिंह राजपूत संग अपने चैट का स्क्रीनशॉट, इस दुख को लेकर की थी बात
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अर्जुन कपूर ने उनके साथ हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट शेयर किया है जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को फांसी लगा कर सुसाइड कर लिया है. इसके बाद से सभी पूरी तरह से सदमे में और हर किसी के लिए इस खबर पर यकीन करना बेहद मुश्किल है. ऐसे में अब बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर ने 18 महीने पहले सुशांत सिंह राजपूत संग अपने चैट के स्क्रीनशॉट को इंस्टाग्राम पर साझा किया है. अर्जुन और सुशांत की इस बातचीत का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है.
दोनों की बीच ये बातें 13 दिसंबर, 2018 को हुई थीं. चैट की शुरुआत में अर्जुन उनसे कहते हैं, "तुम्हें मेरी तरफ से एक बड़ा सा हग." इसके जवाब में सुशांत उनसे कहते हैं, "आई लव यू ब्रदर, मुझे पता है तुम समझते हो." अर्जुन को इस चैट में सुशांत को उनकी फिल्म 'केदारनाथ' के लिए बधाई देते भी देखा जा सकता है और सुशांत भी उनसे एक दिन मिलने की इच्छा जाहिर करते हैं.
इस स्क्रीनशॉट के कैप्शन में अर्जुन लिखते हैं, "18 महीने पहले.. मेरी तरफ से उन्हें आखिरी मैसेज तब भेजा गया था जब 'केदारनाथ' की रिलीज के बाद उन्होंने अपनी मां को याद करते हुए एक पोस्ट लिखा था. जब फिल्म को लेकर लोग जश्न मना रहे थे, तब वह अपनी मां को याद कर रहे थे."
अर्जुन ने कहा कि वह सुशांत को उतना अच्छे से नहीं जानते हैं, लेकिन यश राज फिल्म्स, इवेंट्स, स्क्रीनिंग वगैरह में उनकी मुलाकात उनसे जरूर हुई है.
वह आगे लिखते हैं, "मैं यह नहीं कह सकता कि उनके ऐसा कदम उठाने के पीछे की भावनाओं को मैं समझ सकता हूं, लेकिन मैं उसके उस दर्द को महसूस कर सकता हं, जो वह अपनी मां को खोने और खालीपन की वजह से महसूस करता था. उम्मीद करता हूं कि तुम एक बेहतर और खुशनुमा जगह पर मौजूद हो मेरे दोस्त. उम्मीद करता हूं कि तुम्हें शांति मिल गई होगी. आज जो कुछ भी हुआ उसे लेकर हम सभी दुखी हैं व हैरान हैं और हम इसे समझने का प्रयास जरूर करेंगे."
अर्जुन आखिर में लिखते हैं, "मैं बस उम्मीद करता हूं कि जब तक यह तमाशा खत्म होता है, उस दौरान हम एक समाज के तौर पर यह महसूस करें कि तुमने जो कदम उठाया है, वह किसी एक पल या चीज से प्रेरित नहीं रहा होगा, बल्कि इसके पीछे कई सारी चीजें होंगी, जो एक इंसान को सिर्फ उसके उस पेशे से परिभाषित नहीं करेगा, जिसमें तुम थे. आराम करो मेरे भाई सुशांत. उम्मीद करता हूं कि अब तुम एक शांतिपूर्ण जगह पर होगे."