शादीशुदा डायरेक्टर को दिल दे बैठी थीं Asha Parekh, मगर इस वजह से ताउम्र रह गईं अनमैरिड!
Asha Parekh Career: आशा पारेख ने साल 1952 में फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था और करियर की शुरुआत उन्होंने बतौर बाल कलाकार के रूप में की थी.
Asha Parekh Marriage: अपने दौर की चर्चित एक्ट्रेस रहीं आशा पारेख (Asha Parekh) को हिंदी सिनेमा में योगदान के लिए दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. इससे पहले साल 1992 में आशा पारेख को पद्म श्री से भी सम्मानित किया जा चुका है. आशा पारेख न सिर्फ अपनी फिल्मों बल्कि पर्सनल लाइफ के चलते भी खासी सुर्ख़ियों में रहीं थीं.
आज हम आपको आशा पारेख के एक इंटरव्यू के बारे में बताएंगे जिसने खूब लाइमलाइट बटोरी थीं. असल में इस इंटरव्यू में आशा पारेख से शादी और बच्चों को लेकर लेकर सवाल पूछा गया था. आशा पारेख की शादी नहीं हुई थी और वे ताउम्र अविवाहित ही रहीं थीं. इंटरव्यू में आशा पारेख से पूछा गया था कि क्या उन्हें इस बात का मलाल है कि उनकी शादी नहीं हुई और बच्चे भी नहीं हैं ?
इस सवाल के जवाब में आशा पारेख ने कहा था कि, ‘नहीं मुझे इस बात को लेकर कोई मलाल नहीं है कि मेरी शादी नहीं हुई है. शायद शादी होना मेरे भाग्य में लिखा ही नहीं था. शादी करना, मां बनना मुझे अच्छा लगता लेकिन शायद ऐसा नहीं होना था इसलिए मुझे इसे लेकर कोई अफ़सोस नहीं है’. बता दें कि आशा पारेख फिल्म डायरेक्टर नासिर हुसैन (Nasir Hussain) को बेहद पसंद करती थीं लेकिन वो पहले से शादीशुदा थे और उनके बच्चे भी थे.
आशा ने इस वजह से उनसे शादी नहीं की क्योंकि वो किसी का बसा बसाया घर नहीं तोड़ना चाहती थीं और दूसरी बीवी नहीं बनना चाहती थीं. प्रोफेशनल फ्रंट की बात करें तो आशा पारेख ने साल 1952 में फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था और करियर की शुरुआत उन्होंने बतौर बाल कलाकार के रूप में की थी.
आशा पारेख की उम्र उस वक्त महज 10 साल की थी. आपको बता दें कि आशा पारेख साल 1998 से 2001 के बीच फिल्म सेंसर बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. बात करें यदि आशा पारेख की चर्चित फिल्मों की तो इनमें - घराना, जिद्दी, उपकार, आया सावन झूमके, कटी पतंग, मेरा गांव मेरा देश, कालिया और घर की इज्जत आदि शामिल हैं.
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