Copyright Infringement Case: कंगना के खिलाफ FIR दर्ज कराने के बाद बोले लेखक आशीष कौल- कंगना को मिले कड़ी सजा
Kangana Ranaut Copyright Infringement Case: आशीष कौल ने मुम्बई के मेट्रोपॉलिटन कोर्ट के निर्देश पर कंगना रनौत, उनके भाई अक्षत रनौत, रंगोली रनौत और फिल्म के निर्माता कमल जैन के खिलाफ खार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस ने चारों के खिलाफ कॉपीराइट ऐक्ट और धोखाधड़ी की तमाम धाराओं में मामला दर्ज किया है.
14 जनवरी को कंगना रनौत ने फिल्म 'मणिकर्णिका रिटर्न्स - द लीजेंड ऑफ दिद्दा' नामक फिल्म बनाने का ऐलान किया था. इसके अगले दिन ही किताब 'दिद्दा - द वॉरियर क्वीन ऑफ कश्मीर' के लेखक आशीष कौल ने कंगना रनौत पर उनकी कहानी को चुराने और उनपर कॉपीराइट के उल्लंघन का इल्जाम लगाया था और कंगना और फिल्म के मेकर्स को एक कानूनी नोटिस भी भेजा था.
मगर अब आशीष कौल ने मुम्बई के मेट्रोपॉलिटन कोर्ट के निर्देश पर कंगना रनौत, उनके भाई अक्षत रनौत, रंगोली रनौत और फिल्म के निर्माता कमल जैन के खिलाफ खार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस ने चारों के खिलाफ कॉपीराइट ऐक्ट और धोखाधड़ी की तमाम धाराओं में मामला दर्ज किया है.
कंगना रनौत के खिलाफ मामला दर्ज कराने का बाद आशीष कौल ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए कहा, "जनवरी महीने में मैंने कंगना और फिल्म के मेकर्स को एक कानूनी नोटिस भेजा था मगर मुझे उनकी तरफ से कोई संतोषजनक जवाब हासिल नहीं हुआ. यही वजह है कि फिर मैंने कोर्ट में जाकर उन्हें अपनी इस ओरिजनल और रिसर्च आधारित कहानी को लेकर की गई मेहनत और कॉपीराइट के उल्लंघन के बारे में विस्तार से समझाया. अदालत को मेरी दलीलें समझ में आईं और फिर कोर्ट के निर्देशानुसार मैंने शुक्रवार की रात को कंगना के खिलाफ पुलिस स्टेशन जाकर एफआईआर दर्ज कराई."
आशीष सवाल पूछते हुए आगे कहते हैं कि उनकी सालों की मेहनत को कोई इस तरह कैसे चुरा सकता है? आशीष ने कंगना पर सीधा हमला बोलते हुए कहते हैं, "कॉपीराइट उल्लंघन करने के मामलों में तीन साल की जेल की सजा का प्रावधान है. मैं चाहता हूं कि कहानी चुरानेवाले इस तरह के सभी बंटी और बबली को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि आगे चलकर कोई इस तरह की हिमाकत नहीं कर सके."
उल्लेखनीय है कि जनवरी में जब आशीष ने कंगना पर उनकी कहानी चुराने का इल्जाम लगाया था तो कंगना ने सोशल मीडिया के जरिए इस बात से साफ इनकार किया था कि उनके द्वारा बनाई जानेवाली फिल्म 'मणिकर्णिका रिटर्न्स : द लीजेंड ऑफ दिद्दा' आशीष कौल की किताब पर आधारित है.
आशीष कहते हैं, "कश्मीरी पंडितों के प्रति सहानुभूति दर्शाने के चलते मैंने कंगना को ई-मेल के जरिए मैंने अपनी किताब की कहानी भेजी थी ताकि वो मेरी इस किताब की प्रस्तावना लिखें और इससे जुड़ें. इतना ही नहीं, मैं इसी किताब को एक फिल्म की शक्ल भी देना चाहता था जिसकी स्क्रिप्ट मैंने लिखी है. मैं चाहता था कि कंगना इस फिल्म में काम करें. यही वजह है कि मेरी फिल्म के फाइनेंसर ने फिल्म से जुड़ा एक डीटेल प्रेजेंटेशन भी कंगना को मेल पर भेजा थी. इसमें फिल्म से जुड़े तमाम चरित्रों, उनकी पहनावे से लेकर, सेट्स की रूपरेखा आदि तमाम बातें विस्ताए से दर्ज थीं."
आशीष कहते हैं कि कंगना ने कभी न उनकी किताब की प्रस्तावना लिखने में कोई रुचि दिखाई और न ही इस फिल्म में दिद्दा का किरदार निभाने में मगर उन्होंने मेरी लिखी किताब पर फिल्म बनाने का ऐलान मुझसे किसी भी तरह की इजाजत लिये बगैर कैसे कर दिया, इसे लेकर मैं हैरत मैं हूं. मगर मैं कंगना और फिल्म के मेकर्स की ओर से की गई इस हिमाकत के लिए उन्हें छोड़नेवाला नहीं हूं और सबक सिखा कर रहूंगा."
आशीष बताते हैं कि भले ही रानी दिद्दा की कहानी का संबंध 11वीं शताब्दी से हो मगर उनके द्वारा किताब में जो बातें दिद्दा के बारे लिखी गईं हैं, वो जानकारियां कहीं और उपलब्ध नहीं हैं. आशीष कहते हैं, "मैंने सालों की शोध के बाद दिद्दा के बारे में जो तथ्य अपनी किताब में लिखे हैं, वो दुनिया के किसी भी शख्स ने नहीं लिखे हैं. ऐसे में समझा जा सकता है कि कंगना ने मेरी ही कहानी पर फिल्म बनाने का ऐलान क्यों किया होगा."
उल्लेखनीय है कि आशीष कौल द्वारा एफआईआर दर्ज कराने का बाद कंगना और मेकर्स की तरफ से अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. लेकिन जनवरी महीने में इस विवाद के सामने आने पर फिल्म के निर्माता कमल जैन ने एबीपी न्यूज़ से कहा था, "मणिकर्णिका रिटर्न्स - द लीजेंड ऑफ दिद्दा का आशीष कौल की किताब से कोई लेना-देना नहीं है. यह 1000 साल पुरानी कहानी है जो पब्लिक डोमेन में है. ऐसे में यह कहना कि हमारी फिल्म उनकी किताब पर आधारित है सरासर गलत बात है. हमारी फिल्म का उनकी किताब से कोई लेना-देना नहीं है.
कमल जैन ने आगे कहा था, "जब कोई कहानी इतनी पुरानी हो और सार्वजनिक हो तो इसपर कोई भी शख्स फिल्म बनाने का हक रखता है. पढ़ने की बात तो दूर, मैंने तो आशीष कौल की किताब के बारे में कभी सुना भी नहीं है. आप गूगल पर जाकर देखिए कि दिद्दा पर कितनी सामग्रियां और लेख उपलब्ध हैं. हमारी फिल्म ने उनकी किताब से कतई कोई प्रेरणा नहीं ली है".