साल 2009 में हुए एक अवार्ड शो में साजिद खान होस्ट रहे थे. तभी उन्होंने शो में मौजूद नहीं रहे एक्टर हरमन बावेजा का जमकर मजाक उड़ाया था. साजिद की यही बात आशुतोष को बिल्कुल पसंद नहीं आई और क्योंकि तब हरमन आशुतोष के साथ फिल्म व्हाट्स योर राशी में काम कर रहे थे.
आशुतोष गोविरकर ने लगाई साजिद खान की क्लास
वहीं जब आशुतोष को जोधा अकबर के लिए बेस्ट फिल्म का अवार्ड देने के लिए स्टज पर बुलाया गया, तो उन्होंने साजिद खान को खूब फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि, "मुझे ये पसंद नहीं है कि ऐसी अवार्ड नाइट्स में फिल्म इंडस्ट्री का मजाक बनाया जाए. मुझे लगता है कि ये अवार्ड का मजाक बनान होता है. एक तरफ, मैं बहुत खुश महसूस कर रहा हूं कि मुझे बेस्ट पुरस्कार मिला, लेकिन मुझे नहीं लगता कि अवार्ड नाइट का प्रदर्शन अच्छे स्तर पर हुआ है.
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अवार्ड शो में एक्टर का नहीं बनान चाहिए मजाक
तभी साजिद ने भी आशुतोष की इस बात का जवाब देते हुए कहा कि, आपको आगे जाना चाहिए, आशु आशुतोष गोवारिकर ने जवाब दिया, नहीं, साजिद इसमें भी फर्क है. आशुतोष यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे कहा, "मैं साजिद और फराह के लिए बड़ी ईमानदारी के साथ अपील करता हूं, लेकिन स्टारडम हासिल करना कोई आसान काम नहीं है. इसके लिए हम कड़ी मेहनत करते हैं. घंटो वक्त देते हैं. हम अपनी स्क्रिप्ट बनाने में समय बिताते हैं. एक अभिनेता अपनी प्रतिभा के सम्मान में वास्तव में कड़ी मेहनत करता है. इस मंच पर एक स्टार का मजाक नहीं बनाया जा सकता.
किसी को मुझे चुप करवाने का हक नहीं है
तभी साजिद आशुतोष की बात को काटते हुए कहते हैं कि, मुझे बताएं कि मैं कब बोल सकता हूं" तभी आशुतोष को गुस्सा आ जाता है और वो साजिद से कहते हैं कि, चुप रहो साजिद. जिस पर साजिद ने जवाब दिया, आप मुझे चुप रहने के लिए मत कहिए. इसके बाद आशुतोष स्टेज से नीचे आ जाते हैं.तभी साजिद कहते हैं कि, हर किसी को सोचने का अधिकार है, मुझे यकीन है कि बहुत से लोग आशु से सहमत हैं. लेकिन मैं साजिद खान हूं और मैं लोगों का मनोरंजन करता रहूंगा. इसलिए कोई मुझे चुप नहीं करवा सकता. किसी को कोई हक नहीं कि मुझे आकर कुछ बोले.
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