पंडित सुखराम शर्मा के निधन पर आयुष शर्मा ने लिखा इमोशनल नोट, कहा- 'अब नहीं...
आयुष ने अपना दुख व्यक्त करते हुए लिखा कि दादा आप जहां भी होंगे, मुझे यकीन है मुस्कुरा रहे होंगे. आपको वह विदाई मिली जिसके लिए आपने जीवन भर काम किया. तिरंगे में लिपटे हुए इस दुनिया से जाना.
बॉलीवुड स्टार आयुष शर्मा (Ayush Sharma) ने अपने दादा और पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री पंडित सुख राम शर्मा (Sukh Ram Sharma) की याद में एक इमोशनल नोट लिखा है. पंडित सुख राम शर्मा ने ही देश में सेलुलर फोन से पहली बार कॉल करके भारत में दूरसंचार क्रांति (Telecommunication Revolution) लाने की तरफ अपना कदम बढ़ाया था.
दिवंगत पूर्व दूरसंचार मंत्री वो शख्स हैं जिन्होंने देश में सेलुलर फोन पर पहली कॉल करके भारत में दूरसंचार क्रांति की तरफ अपना कदम बढ़ाया था. बुधवार 11 मई को उनका निधन हो गया था. उनका अंतिम संस्कार हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में राजकीय सम्मान के साथ किया गया था.
दादा के नोट में लिखीं ये इमोशनल बातें
ऐसे में आयुष शर्मा अपनी पत्नी अर्पिता खान शर्मा के साथ हिमाचल प्रदेश के मंडी में मौजूद थे. आयुष ने अपना दुख व्यक्त करते हुए अपने दादा के लिए एक नोट लिखा. इस नोट में उन्होंने लिखा, "दादा आप जहां भी होंगे, मुझे यकीन है कि मुस्कुरा रहे होंगे. आपको वह विदाई मिली जिसके लिए आपने जीवन भर काम किया. तिरंगे में लिपटे हुए इस दुनिया से जाना. यह हमारे जीवन में आया एक बड़ा खालीपन है जिसे नहीं भरा जा सकेगा. आपकी वजह से आज हर भारतीय के हाथ में फोन है, लेकिन दुर्भाग्य से मेरा फोन अब यह कहते हुए कभी नहीं बजेगा कि 'दादा कॉलिंग'."
कौन थे पंडित सुख राम शर्मा ?
आपको बता दें कि पंडित सुख राम शर्मा केंद्र में नरसिम्हा राव सरकार में केंद्रीय संचार मंत्री थे. उनके कार्यकाल के दौरान 31 जुलाई 1995 को भारत में पहली बार मोबाइल फोन कॉल की गई थी जोकि एक देश के रूप में भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक घटना थी. यह कॉल उस समय के तात्कालीन पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री सुख राम शर्मा और उस समय पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ज्योति बसु के बीच की गई थी. यह कॉल नोकिया के फोन पर किया गया था.
बीते दिनों पंडित सुख राम शर्मा को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था. जिसके कारण 95 वर्षीय राजनेता की शुक्रवार दोपहर को तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद परिवार ने पिछले शनिवार को उनको एयरलिफ्ट करके दिल्ली ले जाने का फैसला लिया. इसके बाद बुधवार को उन्होंने अंतिम सांसें लीं.