डायरेक्टर रमेश सिप्पी की एक्शन थ्रिलर फिल्म 'शोले' को सर्वश्रेष्ठ बॉलीवुड फिल्मों की लिस्ट में सबसे ऊपर रखा जाता है. हिंदी सिनेमा की इस कल्ट मसाला फिल्म 'शोले' को आज भी दर्शक उसी चाव से देखना पसंद करते हैं जैसे कि 45 साल पहले किया करते थे. इस फिल्म को देखने के बाद हर किसीने अमजद खान, हेमा मालिनी, अमिताभ बच्चन, संजीव कुमार, धर्मेंद्र और जया भादुड़ी की अदाकारी की जमकर तारीफ की, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिल्म में धर्मेंद्र 'ठाकुर' का किरदार निभाना चाहते थे.


 


जब धर्मेंद्र ने फिल्म 'शोले' की कहानी सुनी तो उन्हें 'ठाकुर' का किरदार 'वीरू' के किरदार से ज्यादा दमदार लगा. धर्मेंद्र ने रमेश सिप्पी से बात की, कि वो 'ठाकुर' का किरदार निभाना चाहते हैं. रमेश सिप्पी कैसे भी करके 'वीरू' का किरदार धर्मेंद्र से ही करवाना चाहते थे. काफी सोचने के बाद रमेश सिप्पी को एक तरकीब सूझी, उन्होंने धर्मेन्द्र से कहा कि ''ठाकुर' को फिल्म में रोमांस करने का मौका नहीं मिलेगा ना ही उनकी कोई हीरोइन है, बल्कि 'वीरू' की हीरोइन हेमा मालिनी की होगी'.



ये बात उन दिनों पूरी इंडस्ट्री को पती थी कि धर्मेन्द्र उस वक्त हेमा मालिनी पर पूरी तरह फिदा थे और इसी बात का फायदा रमेश सिप्पी ने भी उठाया. सिप्पी ने धर्मेंद्र से कहा कि अगर वो ठाकुर का किरदार निभाएंगे तो वो 'वीरू' का किरदार संजीव कुमार को दे देंगे, फिर हेमा मालिनी के साथ फिल्म में उनके सीन होंगे. धर्मेंद्र किसी भी हालत में ऐसा नहीं चाहते थे कि संजीव कुमार, हेमा के साथ फिल्म में रोमांस करें क्योंकि वो जानते थे कि संजीव भी हेमा को पसंद करते हैं. फिर क्या था धर्मेंद्र ने डायरेक्टर की बात मान ली और 'वीरू' का किरदार निभाने के लिए राजी हो गए. 'ठाकुर' का किरदार ज्यादा पसंद आने के बावजूद धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी के लिए 'वीरू' के किरदार के लिए हामी भर दी.