अभिनेता कुलभूषण खरबंदा इनदिनों चर्चाओं में हैं. हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज ‘मिर्ज़ापुर’ के सेकंड सीजन में कुलभूषण की एक्टिंग ने दर्शकों को दीवाना बना दिया है.आपको बता दें कि कुलभूषण खरबंदा ने मिर्ज़ापुर में कालीन भईया (पंकज त्रिपाठी) के पिता का किरदार निभाया है जो दिमाग से बहुत ही शातिर होने के साथ-साथ रसिक नेचर का है.


ऐसा पहली बार नहीं है जब कुलभूषण की एक्टिंग दर्शकों को इतनी पसंद आई हो, इससे पहले भी उन्होंने कई फिल्मों में ऐसे करैक्टर प्ले किए हैं जो आज भी दर्शकों के दिलो दिमाग पर छाए हुए हैं. आइए एक नज़र डालते हैं कुलभूषण के उन चुनिंदा कैरेक्टर्स पर जिन्होंने सिल्वर स्क्रीन पर भौकाल मचा दिया…


जो जीता वही सिकंदर के ‘रामलाल शर्मा’



90 के दशक में आई इस सुपर हिट फिल्म में कुलभूषण ने स्पोर्ट्स कोच रामलाल शर्मा का किरदार निभाया था. फिल्म में अपने बेटों के प्रति रामलाल शर्मा की सख्ती और प्यार करने के अंदाज़ को देख एक बार के लिए आपको अपने पिता की याद आ सकती है.


शान के ‘शाकाल’



बॉलीवुड की फिल्मों में विलंस का जब-जब नाम आएगा तब-तब लोग शाकाल के करैक्टर को याद करेंगे. कुलभूषण ने फिल्म शान में एक ऐसे विलन का रोल निभाया है जो बेहद निर्दई है और अपने दुश्मनों को मारने के लिए बेहद क्रूर टेक्नीक्स जैसे मगरमच्छ के आगे फेंक देना आदि का इस्तेमाल करता है.


बॉर्डर फिल्म के ‘हवलदार भागीराम’



सन 1997 में आई जेपी दत्ता की फिल्म बॉर्डर तो हम सबको याद होगी. इस फिल्म ने पूरे भारत में देशभक्ति की लहर पैदा कर दी थी. इसी फिल्म में हवलदार भागीराम का रोल कुलभूषण खरबंदा ने निभाया था. फिल्म में भागीराम पूरी यूनिट के लिए खाना बनाने का काम करता है और जब पाकिस्तान हमला करता है तो बन्दूक से उसे जवाब भी देता है.


गुलामी के ‘गोपी दादा’



कुलभूषण खरबंदा ने जेपी दत्ता की बतौर डायरेक्टर डेब्यू फिल्म गुलामी में गोपी दादा का किरदार निभाया था. भारत की जाति प्रथा पर आधारित यह फिल्म एक्शन और ड्रामे से भरपूर थी. इसमें कुलभूषण द्वारा निभाए गए रोल को काफी सराहा गया था.


माचिस के ‘कमांडर’



फिल्म माचिस बॉलीवुड की उन चुनिंदा फिल्मों में से एक है जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है. पॉलिटिकल ड्रामे पर आधारित इस फिल्म में कुलभूषण खरबंदा ने कमांडर का रोल निभाया है जो एक आतंकी संगठन का मुखिया है. अपने इस छोटे लेकिन अहम रोल से कुलभूषण ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी थी. माचिस में कुलभूषण के साथ ही चंद्रचूर्ण सिंह भी नज़र आए थे.