मिर्ज़ापुर में पंकज त्रिपाठी, दिव्येंदु शर्मा,अली फ़ज़ल, विक्रांत मैसी, रसिका दुग्गल, कुलभूषण खरबंदा,श्वेता त्रिपाठी आदि कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सीरीज़ के कुछ सीन्स आज भी दर्शकों के मन में बसे हैं. ऐसे में चलिए आपको बताते हैं मिर्ज़ापुर के कुछ बेस्ट सीन्स के बारे में...
1) जब मुन्ना भैया (दिव्येंदु शर्मा) को मालूम चलता है कि कॉलेज में कोई उनके खिलाफ स्टूडेंट इलेक्शन में खड़ा हो गया है तो उन्हें बेहद गुस्सा आता है और दल-बल के साथ वह उस लड़के को पीटने पहुंच जाते हैं. वह उसे क्लास में ही खूब मारते हैं और टीचर कुछ नहीं करते. जब वो लड़का भागने की कोशिश करता है तो गुड्डू पंडित उसे पैर अड़ाकर गिरा देता है. यही वो मौका है जब गुड्डू पहली बार मुन्ना ही नज़र में आता है. इसके बाद मुन्ना उस लड़के को जमकर मारता है और उसे चुनाव में ना खड़े होने के लिए कहता है.
2) कालीन भैया की सेक्स लाइफ ठीक नहीं है जिसके कारण उनकी पत्नी बीना उनसे बिलकुल खुश नहीं रहती है और वह उन्हें ताने मारती है. कालीन भैया भी बीना के नाखुश होने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हैं. पति-पत्नी पर फिल्माया गया ये सीन सीरीज़ के बेस्ट सीन्स में से एक है.
3) तीसरा बेहतरीन सीन वो है जब मुन्ना भैया गुड्डू और बबलू को धमकाने उनके घर पहुंच जाते हैं. बबलू और गुड्डू मुन्ना की खूब धुनाई करते हैं और जब कालीन भैया को ये बात मालूम पड़ती है तो वो गुड्डू को समझाते हैं कि अगली बार पिता जी अगर अकेले रहे तो मुन्ना से उन्हें रिस्क रहेगा. इसपर गुड्डू भी कालीन भैया को अपने इरादे बताते हुए कहता है कि अगलली बार मुन्ना भैया घर आए और जिंदा वापस नहीं लौटे तो रिस्क तो वहां भी है.
4) चौथा बेस्ट सीन वो है जब गुड्डू की मां किराने वाले के यहां जाती हैं और इस बार गुड्डू उनके साथ होता है. गुड्डू किराने वाले को धमका कर कहता है कि उसकी मां को फुल इज्जत मिलनी चाहिए नहीं तो वो उसकी ऐसी-तैसी कर देगा. दरअसल, किराने वाला गुड्डू की मां से पहले बदतमीजी से पेश आता था जिसके बाद गुड्डू किराने वाले को समझाने जाता है.
5) होली पार्टी में जब त्रिपाठी मुन्ना पर हाथ उठाता है तो मुन्ना उनपर बंदूक तान देता है जिसके बाद पूरी पार्टी में काफी गर्मागर्मी का माहौल हो जाता है. कालीन भैया त्रिपाठी को समझाते हैं कि उसने मुन्ना पर हाथ उठाकर अच्छा नहीं किया.