'भाबी जी घर पर हैं' (Bhabi Ji Ghar Par Hai) टीवी का फेमस सीरियल है. जिसका हर एक एपिसोड आपके लिए हंसी के फुव्वारे लेकर आता है. 'भाबी जी घर पर हैं' के किरदार विभूति नारायण यानी आशिफ शेख (Aasif Sheikh), तिवारी जी यानी रोहिताश्व गौड (Rohitashv Gour), 'अंगूरी भाबी' शुभांगी अत्रे (Shubhangi Atre) और अनीता भाबी यानी नेहा पेंडसे (Nehha Pendse) ने लोगों के दिलों में खास जगह बना ली है. भाबी जी घर पर हैं के 23 फरवरी के एपिसोड में क्या होने वाला है. यहां पढ़िए...


आज के एपिसोड में हमने देखा कि किस तरह किचन का सारा टमाटर गायब कर तिवारी और अम्माजी विभूति को अपने जाल में फंसाने का प्लान बनाते हैं. उधर विभूति को अनिता का फोन आता है, जिसे देख विभूति को गुस्सा आता है, लेकिन फोन उठाकर प्यार से बोलता है-हैलो डार्लिंग. अनीता कहती है देखो मेरे मेहमान आ रहे हैं और हम बहुत बड़ी डील साइन कर रहे हैं. इससे पहले तुम घर को साफ कर दो और खाना तैयार रखना. जब विभूति बोलता है पैसे तो अनु फोन काट देती है.उधर अम्माजी और तिवारी विभूति का इंतजार कर रहे होते हैं. 


विभूति के घर पर आते ही अम्माजी और तिवारी उसे टमाटर लेने के लिए मार्किट भेज देती हैं. वहीं मार्किट में टीलू भिखारी का भेष बदलकर  बैठा होता है. हप्पू सिंह और मलखान छिप कर विभूति पर नजर रखे होते हैं. जैसे ही विभूति वहां घूमता हुआ पहुंचता है तो टीलू उसके पैरों में गिर जाता है और कहता है कि मुझे पानी दो नहीं तो मैं मर जाऊंगा. विभूति इग्नोर मार देता है, तभी मलखान दौड़ता हुआ सामने से आता है और कहता है कि इसकी मदद करो. भिखारी की वेष में टिलू कहता है कि अगर मैं मर गया तो विभूति मेरी मौत का जिम्मेदाऱ होगा और आखिरी सांस लेता है. विभूति कहते हैं मैने क्या किया. उधर से हप्पू सिंह आता है और विभूति को अरेस्ट करने लगता है. विभूति कहते हैं मैने कुछ नहीं किया तो हप्पू सिंह कहता है तुम इसकी मौत के जिम्मेदार हो.पुलिस स्टेशन चलो मैं तुम्हें कानून समझाऊंगा.






विभु पिछले 3 दिनों में जेल में है वहीं हप्पू सिंह और मनोहर वहीं बैठकर थाने में चाय पी रहे होते हैं. विभूति हप्पू से पूछता है कि मेरी गलती क्या है. हप्पू कहता है तुम अपराधी हो, विभु कहता है कि तुम मुझ पर झूठा आरोप लगा रहे हो.तभी विभूति के फोन की घंटी बजती है. विभूति हप्पू सिंह से कहता है कि मुझे दे दो क्योंकि अगर ये अनु का फोन हुआ और उसे भनक भी लग गई कि मैं यहां हूं तो बहुत बुरा होगा. हप्पू सिंह बोलता है वो तुम्हे हत्या के आरोप से बाहर निकाल देगा लेकिन इसकी कीमत 2000 रुपए होगी. विभूति कहता है मेरे पास पैसे नहीं है. हप्पू फोन उठाकर विभूति को दे देता है. फोन पर अनीता विभूति को फिर से याद दिलाती है कि घर पर मेहमान आ रहे है, किसी तरह की गड़बड़ मत करना बाय.


क्या होगा आगे?


आगे के एपिसोड में हम देखेंगे कि अंगूरी विभूति का इंतजार करते हुए उसकी काफी फिक्र करती है. इसे देख तिवारी अंगूरी को बताते हैं कि विभूति भिखारी की हत्या के आरोप में जेल में है. इसके बाद विभूति जेल से रिहा होकर टमाटर लेकर तिवारी के घर टमाटर लेकर पहुंचता है. अंगूरी दरवाजा खोलती है, विभूति उसे टमाटर देता है तो अंगूरी कहती है कि मुझे यह नहीं चाहिए आप कातिल हो...


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