Saanand Verma struggle story: 'भाबी जी घर पर हैं' (Bhabiji Ghar Par Hain) में काम करके कई कलाकारों की किस्मत चमक गई. इनमें से सानंद वर्मा (Saanand Verma) भी एक हैं जो कि शो अनोखेलाल सक्सेना की भूमिका निभा रहे हैं. सानंद 2015 से अनोखेलाल की भूमिका में दर्शकों का मनोरंजन करते आ रहे हैं. सानंद इस रोल से मिली प्रसिद्धि से खुश हैं, लेकिन टीवी और फिल्मों की दुनिया में जगह बनाना उनके लिए कतई आसान नहीं रहा. उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए काफी पापड़ बेले हैं. एक इंटरव्यू में सानंद ने अपनी स्ट्रगल के बारे में खुलकर बात की है.
उन्होंने कहा, 'मुंबई जैसी भीड़भाड़ वाली जगह के लिए अपनी जर्नी प्लान करना आसान नहीं था. जब मैं मुंबई पहुंचा तो मेरी जेब में केवल 100 रुपये थे. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि कहां जाऊं क्या करूं. मैंने कई परेशानियां झेलीं. मुंबई में पहली रात मैंने एक दवाई की फैक्ट्री में काटी, जहां सोने के लिए बिलकुल जगह नहीं थी. लेकिन मैं जैसे-तैसे बेहद छोटी जगह पर चादर बिछाकर सोया. उस समय तो मेरे पास खाना खाने तक के पैसे नहीं बचे थे. कुछ स्ट्रगल के बाद मुझे एमएनसी में नौकरी मिल गई. यहां मेरी सैलरी काफी अच्छी थी और लाइफस्टाइल भी काफी हाई-फाई थी, लेकिन मैंने सबकुछ ये सोचकर छोड़ दिया कि मुझे तो एक्टर बनना है. मैं घूम-फिर कर फिर वहीं पहुंच गया.'
मैंने एक बड़ा घर ख़रीदा था तो मेरे सारे फंड्स जैसे ग्रेज्युटी और प्रोविडेंट फंड वगैरह का पैसा होम लोन में चला गया. मुझे ईएमआई भरने के लिए अपनी कार बेचनी पड़ गई. मैंने ऑडिशन में जाने के लिए मुंबई की लोकल ट्रेन का सहारा लेना शुरू किया. लेकिन मुझसे ये हो नहीं पाया क्योंकि मैं लग्जरी लाइफस्टाइल का आदी था. इसके बाद मैं पैदल ही ऑडिशन देने के लिए निकल गया. मैं रोज़ 50 किलोमीटर पैदल चलकर ऑडिशन देने के लिए घर से आता-जाता था. आपको बता दें कि भाबी जी घर पर हैं के अलावा सानंद ने मर्दानी, छिछोरे, पटाखा और रेड जैसी फिल्मों में भी काम किया है.
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