भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) को दर्शक बहुत पसंद करते हैं. उनकी फिल्मों पर फैंस दिल खोल कर प्यार लुटाते हैं. लेकिन एक स्टार बनने के लिए खेसारी ने कड़ी मेहनत की है. खेसारी आज जिस मुकाम पर हैं वहां तक पहुंचने में उनकी पत्नी का बड़ा हाथ है. बिहार में पैदा हुए खेसारी लाल यादव की रुचि शुरू से ही पढ़ाई में कम और नाचने गाने में ज़्यादा था. लेकिन उनके घर की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी जिससे वो अपने शौक पूरे कर सकें. पैसों की तंगी की वजह से खेसारी ने कम उम्र से ही काम करना शुरू कर दिया था. वो अपने पिता के साथ चने बेचा करते थे. उस वक्त खेसारी के पिता मंडी से फेंका हुआ प्याज इकट्ठा करके घर ले आते थे और उसे साफ करके चने में डालकर बेचा करते थे.



20 साल की उम्र में खेसारी की शादी चंदा से कर दी गई. उस वक्त उनके पास इतने भी पैसे नहीं थे कि अपने लिए सेहरा खरीद सके. उनकी शादी भी एक गरीब परिवार की लड़की से ही हुई. खबरों की मानें तो खेसारी के ससुर ने पनी चार भैंसों को बेचकर खेसारी के लिए सूट खरीदा था. शादी के बाद उनकी पत्नी चंदा ने हमेशा खेसारी का साथ निभाया. फिर एक वक्त ऐसा आया जब खेसारी दिल्ली में लिट्टी-चोखा बेचने लगे और अपनी एल्बम के लिए पैसे जमा करने लगे. बताया जाता है कि उस वक्त चंदा ने एक ही साड़ी में 6 महीने गुज़ारे थे.



खेसारी लाल यादव एक बार जेल की हवा भी खा चुके हैं. दरअसल, खेसारी का एक एल्बम 'बोल बम' के गाने में एक लाइन थी जिसके बोल थे 'टेनिस वाली सानिया दूल्हा खोजलीं पाकिस्तानी' थी जिसके बाद टेनिस स्टार सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने खेसारी पर मानहानि का केस कर दिया था और उन्हें 3 दिन तिहाड़ जेल में रहना पड़ा था. खेसारी लाल यादव की फिल्मों के लिए दर्शकों में अलग ही लेवल की दीवानगी देखने को मिलती है. खबरों की मानें तो खेसारी एक फिल्म के 50 लाख रुपये की फीस लेते हैं. वहीं एक स्टेज शो के लिए खेसारी 10 लाख रुपये लेते हैं.