Khesari Lal Fee For One Song: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. आज की तारीख में उनका हर गाना सुपरहिट साबित होता है. भोजपुरी के साथ-साथ उन्होंने हिंदी, अवधी और हरियाणवी भाषा में भी गाया है.
वहीं इस मुकाम तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था. काफी संघर्ष करने के बाद उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है. वहीं एक समय था जब वह सड़क किनारे लिट्टी-चोखा बेचकर अपना गुजारा करते थे. तो चलिए आज हम आपको बताएंगे कि कैसे उन्होंने अपने पहले गाने के लिए पैसे इकट्ठा किए थे.
पाई-पाई जोड़कर अपना पहला गाना किया था लॉन्च
आज की तारीख में खेसारी लाल के पास काम की कमी नहीं है. वे भोजपुरी के सबसे ज्यादा डिमांडिंग स्टार में से एक हैं. इंडस्ट्री का हर एक डायरेक्टर-प्रोड्यूसर उनके साथ काम करना चाहता है. लेकिन ये बात काफी कम लोगों को पता है कि पाई-पाई जोड़कर उन्होंने अपना पहला गाना लॉन्च किया था. इस बात का खुलासा खुद खेसारी लाल ने किया है.
लिट्टी-चोखा बेचकर जमा किए पैसे
लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू के दौरान सिंगर ने कहा कि 'गाने का कीड़ा मेरे अंदर बचपन से ही था. मैंने कभी गाना सीखा नहीं. ये भगवान की देन है. लिट्टी-चोखा बेचकर जो पैसे आते थे, उसी में से कभी 10 रुपये तो कभी 20 रुपये इकट्ठा करके मैंने 15 हजार रुपये जमा किए थे. इससे मैंने अपना पहला कैसेट निकाला था, जो फ्लॉप हो गया था. फिर पापा ने मुझे पैसे दिए. मेरा तीसरा कैसेट थोड़ा चला तो कंपनियां मुझे प्रोजेक्ट देने लगीं.
एक गाने के लिए इतने रुपये चार्ज करते हैं खेसारी लाल
खेसारी लाल ने आगे बताया कि 'इसके बाद मुझे पैसा लगाना नहीं पड़ता था. कंपनी मुझे 50 हजार से 1 लाख रुपये तक पैसा देने लगी. वहीं देखते ही देखते 2009 में मैं भोजपुरी का सबसे बड़ा स्टार बन गया. जहां मेरी कोई दोस्ती यारी नहीं होती है, वहां मैं एक शो के 10 लाख रुपये तक चार्ज करता हूं. वहीं जहां रिलेशन होते हैं, वहां सिर्फ 51 रुपये लेता हूं.' बता दें कि भारत के अलावा दुबई समेत कई देशों में स्टेज शो कर चुके हैं.
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