Lok Sabha Elections 2024: कोई लड़ेगा चुनाव तो कोई करेगा प्रचार, लोकसभा चुनाव 2024 में बॉलीवुड से साउथ सिनेमा तक, ये स्टार्स निभाएंगे अहम भूमिका
Stars Contesting in Lok Sabha Elections 2024: इलेक्शन कमीशन ने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. ऐसे में जानते हैं कि इस बार भारतीय सिनेमा के कौन-कौन से स्टार्स चुनाव में अपना प्रभाव छोड़ सकते हैं.
Stars Contesting in Lok Sabha Elections 2024: इलेक्शन कमीशन ने लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है. ये चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होकर 25 मई तक 7 चरणों में होंगे. चुनावों के नतीजे 4 जून को आएंगे. साथ ही, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों की तारीखों का भी ऐलान किया गया है. लोकसभा चुनावों के ऐलान से ठीक पहले सिंगर अनुराधा पौडवाल बीजेपी में शामिल हो चुकी हैं. वहीं बीजेपी ने लोकसभा चुनाव की पहली कैंडिडेट लिस्ट में कई स्टार्स को चुनाव लड़ने का मौका दिया है.
सिर्फ बीजेपी ही नहीं, कई अलग-अलग पार्टियों ने इस लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के तौर पर एक्टर्स पर भरोसा जताया है. ऐसे में जानते हैं इन आगामी चुनावों में कौन-कौन से स्टार्स चुनाव लड़ने वाले हैं और जो चुनाव नहीं लड़ने वाले वो इस चुनाव को कैसे प्रभावित करने वाले हैं.
गोरखपुर से रवि किशन: रवि किशन गोरखपुर से वर्तमान सांसद हैं. बीजेपी ने उनको एक बार फिर से इसी सीट से पर उम्मीदवार घोषित किया है. बता दें कि रवि किशन ने साल 2019 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था और उन्होंने समाजवादी पार्टी के रामभुआल निषाद को लगभग 60 प्रतिशत वोट शेयर के साथ हराया था. दूसरे नंबर पर रहे रामभुआल को 35 प्रतिशत वोट मिले थे. गोरखपुर सीट पर 1998 से लेकर 2014 तक बीजेपी का ही कब्जा रहा है. यहां से सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार चुनाव जीतते रहे हैं. हालांकि, 2018 में हुए उपचुनाव में यहां से समाजवादी पार्टी के प्रवीण निषाद ने चुनाव जीता था. इसके बाद, 2019 के चुनावों में ये सीट फिर से बीजेपी के कब्जे में चली गई.
गोरखपुर से ही काजल निषाद: इस सीट पर रवि किशन का सामना भोजपुरी और टीवी इंडस्ट्री का जाना-माना नाम काजल निषाद से होने वाला है. काजल को समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया है. बता दें कि काजल ने पहली बार 2012 में गोरखपुर ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था. लेकिन यहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद, 2022 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने कैपियरगंज से सपा की टिकट पर चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह ने हरा दिया. सपा ने 2023 निकाय चुनावों में भी उन पर भरोसा जताया और गोरखपुर महापौर के पद के लिए उन्हें उतारा, लेकिन उन्हें यहा भी हार का सामना करना पड़ा.
आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ: भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का जाना-माना नाम और आजमगढ़ से वर्तमान सांसद दिनेश लाल यादव पर बीजेपी ने इस बार फिर से इसी सीट से चुनावी मैदान पर उतारा है. 2019 के लोकसभा चुनावों में उनका सामना यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन, उपचुनाव में उन्होंने सपा के धर्मेंद्र यादव को हराकर ये सीट अपने नाम कर ली थी.
मथुरा से हेमा मालिनी: मथुरा से बीजेपी की हेमा मालिनी तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं. इससे पहले वो दो बार यहां से जीत हासिल कर चुकी हैं. 2014 में हेमा मालिनी ने ये सीट रालोद के जयंत चौधरी को हराकर जीता था तो वहीं 2019 में उन्होंने रालोद के कुंवर नरेंद्र सिंह को हराकर ये सीट फिर से अपने नाम की थी.
आसनसोल से पवन सिंह: भोजपुरी एक्टर पवन सिंह को बीजेपी ने अपनी पहली कैंडिडेट लिस्ट में जगह देते हुए उन्हें पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से उम्मीदवार घोषित किया था. हालांकि, लिस्ट आने के दूसरे दिन ही पवन सिंह ने निजी वजहों से चुनाव लड़ने से मना कर दिया था. इसके बाद, उन्होंने फिर से 13 मार्च को एक्स पर पोस्ट करते हुए यहां से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. जहां उनका सामना बॉलीवुड एक्टर और टीएमसी कैंडिडेट शत्रुघ्न सिन्हा से होना है.
आसनसोल से ही शत्रुघ्न सिन्हा: शत्रुघ्न सिन्हा तृणमूल कांग्रेस की ओर से 2022 में हुए लोकसभा उपचुनाव में आसनसोल सीट से जीत हासिल कर संसद पहुंचे थे. बता दें कि यहां से पहले बीजेपी की ओर से बाबुल सुप्रियो सांसद थे, जिन्होंने बीजेपी छोड़ टीएमसी जॉइन कर ली जिसके बाद ये सीट खाली हो गई थी और यहां उपचुनाव हुए थे. शत्रुघ्न सिन्हा इसके पहले बीजेपी से जुड़े थे. बाद में उन्होंने कांग्रेस और फिर टीएमसी में शामिल हुए. टीएमसी ने 2024 लोकसभा चुनावों में फिर से उन्हें इस सीट पर उतारा है.
जादवपर से सयानी घोष: टीएमसी की तरफ से इस बार पश्चिम बंगाल के जादवपुर सीट से एक्ट्रेस सयानी घोष को मौका दिया गया है. इस सीट से 2019 में मिमी चक्रवर्ती सांसद थीं. हालांकि, उन्होंने पार्टी के साथ नाखुशी जाहिर करते हुए सीएम ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा 15 फरवरी को सौंप दिया है. बता दें कि सयानी घोष बंगाली फिल्मों और टीवी का जाना-माना चेहरा हैं. सयानी के सोशल मीडिया अकाउंट से साल 2015 में शिवलिंग से जुड़ी विवादित पोस्ट के बाद उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. हालांकि, बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि उनका अकाउंट हैक हो गया था और वो पोस्ट डिलीट कर ली गई थी.
हुगली से लॉकेट चटर्जी: बीजेपी ने लॉकेट चटर्जी को फिर से उनके वर्तमान संसदीय क्षेत्र हुगली से उम्मीदवार बनाया है. लॉकेट चटर्जी क्लासिकल डांसर और बंगाली फिल्म इंडस्ट्री का जाना माना नाम हैं. लॉकेट चटर्जी ने टीएमसी के साथ अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. लेकिन 2015 में उन्होंने बीजेपी जॉइन कर ली और हुगली सीट से शानदार जीत हासिल की.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली मनोज तिवारी: मनोज तिवारी उत्तर-पूर्वी दिल्ली से वर्तमान सांसद हैं, जिन्हें बीजेपी ने फिर से इसी सीट से उतारा है. 2009 में राजनीति में एंट्री लेने वाले मनोज तिवारी ने सपा की टिकट पर गोरखपुर से चुनाव लड़ा था. हालांकि, उन्हें योगी आदित्यनाथ के सामने हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए और उन्हें 2014 और 2019 दोनों चुनावों में उत्तर-पूर्वी दिल्ली से बीजेपी की ओर से उतारा गया. उन्होंने इन दोनों चुनावों में जीत हासिल की थी.
साउथ के स्टार्स
त्रिशूर से सुरेश गोपी: तमिल, तेलुगु और खासकर मलयालम फिल्मों के एक्टर और नेशनल अवॉर्ड विनर सुरेश गोपी को बीजेपी ने केरल की त्रिशूर सीट से टिकट दिया है. सुरेश गोपी साउथ इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं. उनकी लोकप्रियता को देखते हुए बीजेपी ने उन पर दांव लगाया है. बता दें कि गोपी 2016 में नामांकित राज्यसभा सांसद बनाए गए और उन्होंने बीजेपी जॉइन कर ली. उन्होंने साल 2019 में बीजेपी की ओर से इसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वो तीसरे स्थान पर रहे. वो यहां के विधानसभा चुनावों में स्टार प्रचारक भी रह चुके हैं. बता दें कि केरल से बीजेपी ने कभी कोई लोकसभा सीट नहीं जीती है. ऐसे में सुरेश गोपी की वजह से बीजेपी को उम्मीद है कि उनकी लोकप्रियता को इस चुनाव में भुनाया जा सकता है.
पवन कल्याण: पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश की पीठापुरम सीट से इसी साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. पवन कल्याण ने साल 2014 में जनसेना पार्टी लॉन्च की थी. बता दें कि उनकी पार्टी और बीजेपी के अलावा तेलुगु देशम पार्टी 2024 विधानसभा और लोकसभा चुनावों में मिलकर उतर रहे हैं. तीनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप देने के कुछ दिनों बाद पवन कल्याण ने खुद को इस सीट से उम्मीदवार घोषित किया है. तीनों पार्टियो में लोकसभा सीट के बंटवारे को लेकर जो समझौता हुआ है, उसके मुताबिक, 25 सीटों में से पवन कल्याण की पार्टी 2, बीजेपी 6 और टीडीपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसी तरह विधानसभा चुनावों में 175 सीटों में से एक्टर की पार्टी को 21, टीडीपी को 144 और बीजेपी 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. भले ही पवन कल्याण लोकसभा चुनाव ना लड़ रहे हों, लेकिन बीजेपी और टीडीपी के साथ हुए उनके समझौते से इस गठबंधन को फायदा मिल सकता है.
पीठापुरम को लेकर फिल्म डायरेक्टर रामगोपाल वर्मा ने 14 मार्च को एक्स पर एक पोस्ट किया. जिसके बाद ये कयास लगाए जाने लगे कि वो पवन कल्याण के प्रतिद्वंदी बनकर इस सीट पर आने वाले हैं. लेकिन 15 मार्च को ही रामगोपाल वर्मा ने कयासों पर लगाम लगाते हुए लिखा कि उन्होंने उस शॉर्ट फिल्म कान्टेस्ट में हिस्सा लेने से के बारे में बताया था जिसे उन्होंने पीठापुरम में शूट किया था. उन्होंने ये भी लिखा कि मैंने चुनाव लड़ने की बात भी नहीं की है लेकिन मीडिया अटकलें लगाने लगा.
एक्टर थलापति विजय: एक्टर विजय ने हाल में ही तमिलनाडु में अपनी पार्टी लॉन्च की है. पार्टी का नाम तमिझगा वेत्री कड़गम है. हाल में ही एक्टर ने सीएए को लेकर विरोध भी जताया था. लोकसभा चुनाव से पहले ही पार्टी लॉन्च करने के बाद माना जा रहा था कि वो इस बार लोकसभा चुनावों में उतर सकते हैं. लेकिन उन्होंने इस चुनाव में लड़ने से मना कर दिया है. उन्होंने बताया कि पार्टी की बैठक में हमने फैसला लिया है कि वो न तो किसी पार्टी को सपोर्ट करेंगे और न ही इस बार के लोकसभा चुनावों में हिस्सा लेंगे.
कमल हासन: कमल हासन भी इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. हालांकि, वो डीएमके की अगुवाई वाले गठबंधन के लिए प्रचार जरूर करेंगे. पहले माना जा रहा था कि डीएमके के साथ हुई बैठक में उनकी पार्टी को गठबंधन की तरफ से कुछ लोकसभा सीटें दी जा सकती हैं. हालांकि, पार्टी को 2025 राज्यसभा चुनावों में 1 सीट दी गई है. ये डील कमल हासन और मुख्यमंत्री स्टालिन के बीच चेन्नई स्थित डीएमके हेडक्वार्टर में हुई मीटिंग के बाद फाइनल हुई है.
इसके अलावा, मशहूर सिंगर अनुराध पौडवाल ने इलेक्शन कमीशन के तारीखों के ऐलान से कुछ देर पहले की बीजेपी जॉइन की है. हालांकि, वो चुनाव नहीं लड़ रही हैं, लेकिन ये साफ है कि वो बीजेपी के लिए स्टार प्रचारक के तौर पर फायदेमंद साबित हो सकती हैं. वहीं कुछ नाम ऐसे भी हैं, जिनको लेकर सस्पेंस है. जैसे महाराष्ट्र की अमरावती से मौजूदा और निर्दलीय सांसद नवनीत राणा के भी बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं, क्योंकि अभी तक बीजेपी ने इस सीट से किसी को भी टिकट नहीं दिया है.