Ravi Kishan On His Journey: भोजपुरी सिनेमा के मशहूर एक्टर और बीजेपी (BJP) नेता रवि किशन किसी अलग पहचान के मोहताज नहीं हैं. अपनी शानदार अदाकारी का जलवा रवि किशन (Ravi Kishan) ने भोजुपरी इंडस्ट्री से लेकर हिंदी फिल्मों तक जमकर बिखेरा है. इस बीच रवि किशन ने अपने संघर्ष के दिनों को याद कर बताया है कि वह बचपन में रामलीला में मां की साड़ी पहन कर सीता का रोल अदा करते थे. साथ ही रवि किशन ने ये भी बताया है कि कैसे पिता की मार के डर से वह मुंबई भाग के चले आए.
रवि किशन मां की साड़ी पहन रामलीला में बनते थे सीता
हाल ही में रवि किशन ने शो आपकी अदालत में शिरकत की है. इस दौरान रवि किशन ने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया है. साथ रवि किशन ने बताया है कि कैसे वह मुंबई भागकर आए और एक्टर बने. रवि किशन ने कहा है कि- 'मैं एक गरीब परिवार से नाता रखता था. मंदिर के एक पुजारी के रूप में सब मुझे जानते थे. मैंने कभी भी अपनी मां को नई साड़ी में नहीं देखा था. बचपन में रामलीला में सीता का किरदार अदा करता था. अपनी मां की साड़ी पहनकर मैं ये रोल प्ले करता था.
एक दिन पापा ने पकड़ लिया और मुझ पर काफी गुस्सा किया और पीटा. उन्होंने कहा कि नचनिया बन गया है. मुझे पैसे चोरी की आदत थी, बचपन में कभी पापा की डायरी तो कभी मंदिर से पैसे चुरा लेता था. एक दिन पापा ने पकड़ लिया और चमड़े के बेल्ट से बहुत मार लगाई, मुझे लगा कि मैं मर जाऊंगा.'
ऐसे मुंबई भागकर आए रवि किशन
अपनी बात को जारी रखते हुए रवि किशन (Ravi Kishan) ने बताया है कि- 'पिता की मार का खौफ मुझे काफी हो गया था. चोरी के चलते काफी मार खाने के बाद मेरी मां ने मुझे 500 रुपये देकर कहा का भाग जाओ और मैं सीधा मुंबई चला आया. इसके बाद तमाम संघर्षों से गुजर रवि किशन एक एक्टर बन पाया.' इस तरह से मौत के डर से भागकर रवि किशन ने माया नगरी में कदम रखा और एक दमदार एक्टर के रूप में अपनी पहचान बनाई.
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